CUET 2024 Result: सीयूईटी परिणाम में देरी से प्रभावित हुए शैक्षणिक कैलेंडर पर जेएनयूटीए की प्रशासन को चेतावनी
Santosh Kumar | July 17, 2024 | 12:46 PM IST | 3 mins read
जेएनयू शिक्षक संघ का कहना है कि सीयूईटी प्रक्रिया की अकुशलता पर सवाल उठाने के बजाय, विश्वविद्यालय प्रशासन अकादमिक कैलेंडर पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में चिंतित नहीं है।
नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (जेएनयूटीए) ने विश्वविद्यालय प्रशासन का कड़ा विरोध किया है। विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सीयूईटी स्नातक प्रवेश परीक्षा के परिणाम घोषित होने में देरी के कारण बर्बाद हुए समय की भरपाई के लिए शनिवार को अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित करने और शीतकालीन अवकाश को छोटा करने का सुझाव दिया था। इस पर जेएनयूटीए ने एनटीए की विफलता पर सवाल उठाते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के फैसले का विरोध किया।
जेएनयू शिक्षक संघ का कहना है कि सीयूईटी प्रक्रिया की अकुशलता पर सवाल उठाने के बजाय, विश्वविद्यालय प्रशासन अकादमिक कैलेंडर पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में चिंतित नहीं है और वह छोटे सेमेस्टर का बोझ शिक्षकों पर डालने की कोशिश कर रहा है।
जेएनयू शिक्षक संघ ने यह भी कहा कि एक समय था जब विश्वविद्यालयों में गर्मियों में 8 सप्ताह और सर्दियों में 4 सप्ताह की छुट्टियां होती थीं। लेकिन अब न केवल इन छुट्टियों की अवधि कम कर दी गई है, बल्कि उनकी अवधि और समय को लेकर मनमाने फैसले भी लिए जा रहे हैं।
एनटीए की अक्षमता पर उठे सवाल
जेएनयूटीए ने कहा कि एनटीए की अक्षमता के कारण प्रवेश में देरी हुई है, जिससे सेमेस्टर का समय और छुट्टियों का समय दोनों कम हो गया है। इससे न केवल शिक्षकों के शोध और लेखन का समय बर्बाद होता है, बल्कि छात्रों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्हें यूजीसी के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए कम सेमेस्टर में अपनी संबंधित डिग्री के लिए मानदंड पूरा करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
इस प्रकार यूजीसी और जेएनयू प्रशासन न केवल शिक्षण और सीखने के मानकों पर यूजीसी के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि छात्रों और शिक्षकों दोनों के मौलिक अधिकारों का भी उल्लंघन कर रहे हैं।
इसके अलावा, जेएनयू के शिक्षकों को अभी तक प्रतिपूरक अर्जित अवकाश नहीं मिला है। साथ ही जेएनयू प्रशासन ने संकाय सदस्यों को काम के अतिरिक्त घंटों और एकतरफा रूप से लगाए गए अवकाशों के लिए मुआवजा देने की कोई इच्छा नहीं दिखाई है।
शिक्षकों ने की काटे गए वेतन की मांग
जेएनयूटीए ने बताया कि हाल ही में, कोविड के दौरान भुगतान किए गए परिवहन भत्ते की वापसी के लिए मंत्रालय द्वारा मांग का हवाला देते हुए जून 2024 के महीने के लिए सभी संकायों के वेतन में भारी कटौती की गई थी। जेएनयूटीए ने बताया कि लॉकडाउन के कारण, संकायों को अपने स्वयं के व्यक्तिगत सेटअप का उपयोग करके ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करनी पड़ीं और उन्हें परीक्षाएं और मूल्यांकन करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
जेएनयू शिक्षक संघ ने प्रशासन को यह भी याद दिलाया है कि आधिकारिक लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी, जेएनयू शिक्षक संघ द्वारा परिसर को फिर से खोलने के बार-बार आह्वान के बावजूद, जेएनयू प्रशासन ने ऑनलाइन कक्षाओं की अवधि बढ़ाने और सेमेस्टर और छुट्टियों में कटौती करने का फैसला किया, जिससे शिक्षकों और छात्रों दोनों पर वित्तीय बोझ पड़ा।
जेएनयूटीए ने प्रशासन से मांग की है कि वह काटे गए परिवहन भत्ते को वापस करे या ऑनलाइन शैक्षणिक कर्तव्यों को पूरा करने के लिए किए गए सभी खर्चों की प्रतिपूर्ति करे। साथ ही, 2019-20 से छूटी सभी छुट्टियों और अवकाशों के लिए प्रत्येक संकाय सदस्य को प्रतिपूरक ईएल क्रेडिट करे। एसोसिएशन ने यह भी मांग की है कि विश्वविद्यालय अपनी प्रवेश परीक्षाएं स्वयं आयोजित करे और अपने शैक्षणिक कैलेंडर को स्थिर रखने के लिए एनटीए पर निर्भर न रहे।
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- दिल्ली का भलस्वा स्लम: आधार कार्ड और गंदगी से गुम हुई शिक्षा
- Nobel Prize in Economics 2025: जोएल मोकिर, फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को मिलेगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
- भारत में 33 लाख से अधिक छात्र एकल-शिक्षक स्कूलों पर निर्भर, उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक नामांकन
- Nobel Peace Prize 2025: वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार, 10 दिसंबर को समारोह
- Nobel Prize in Chemistry 2025: सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन, उमर एम याघी को मिलेगा केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज
- Nobel Prize in Physics 2025: जॉन क्लार्क, माइकल एच डेवोरेट और जॉन एम मार्टिनिस को मिला भौतिकी का नोबेल प्राइज
- CAT 2025: कैट परीक्षा 30 नवंबर को 3 पाली में; 2 महीने में कैसे करें तैयारी? जानें एग्जाम पैटर्न, चयन प्रक्रिया
- UP News: यूपी में वजीफा से वंचित 5 लाख से अधिक छात्रों को दिवाली से पहले मिलेगी छात्रवृत्ति, सीएम योगी ने कहा
- NIRF Ranking 2025: यूनिवर्सिटी श्रेणी में डीयू 5वें स्थान पर, टॉप 20 में दिल्ली विश्वविद्यालय के 10 कॉलेज
- NIRF MBA Ranking 2025: आईआईएम अहमदाबाद शीर्ष पर बरकरार, आईआईएम लखनऊ की टॉप 5 में वापसी, देखें लिस्ट