JEE Main 2025 Shift 2 Analysis: जेईई मेन जनवरी 28 शिफ्ट 2 का कठिनाई स्तर मध्यम से कठिन, जानें विषयवार विश्लेषण

Santosh Kumar | January 28, 2025 | 08:30 PM IST | 2 mins read

आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड के अनुसार, 28 जनवरी की शाम की पाली में आयोजित जेईई मेन परीक्षा का स्तर मध्यम से कठिन था।

छात्रों के अनुसार, एनटीए जेईई मेन शिफ्ट 2 के पेपर का कठिनाई स्तर मध्यम से कठिन था। (प्रतीकात्मक-फ्रीपिक)

नई दिल्ली: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने आज यानी 28 जनवरी को जेईई मेन 2025 सेशन 1 की परीक्षा का चौथा दिन पूरा कर लिया है। एनटीए ने जेईई मेन 2025 सेशन 1 शिफ्ट 2 की परीक्षा दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक आयोजित की। जेईई मेन परीक्षा भारत के 284 परीक्षा शहरों और विदेश के 15 शहरों में आयोजित की जा रही है। परीक्षा में शामिल हुए छात्रों के अनुसार, एनटीए जेईई मेन शिफ्ट 2 के पेपर का कठिनाई स्तर मध्यम से कठिन था।

आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड के अनुसार, शाम की पाली में आयोजित जेईई मेन परीक्षा का स्तर मध्यम से कठिन था। केमिस्ट्री सबसे आसान और समय बचाने वाला था, जबकि लंबी गणनाओं के कारण गणित सबसे कठिन था।

JEE Main 2025 Shift 2 Analysis: पिछले 3 दिनों की तुलना में परीक्षा कठिन

इसके अलावा फिजिक्स का स्तर मध्यम से कठिन था। सभी टॉपिक्स में प्रश्न लगभग एक जैसे थे, लेकिन कुछ चैप्टर पूरी तरह से नहीं आए। छात्रों के अनुसार कठिनाई के आधार पर विषयों की रैंकिंग इस प्रकार है: गणित> फिजिक्स> केमिस्ट्री।

इससे पहले जेईई मेन्स 28 जनवरी शिफ्ट 1 को इस सत्र का अब तक का सबसे कठिन और मुश्किल पेपर माना गया। जेईई मेन्स 28 जनवरी शिफ्ट 1 का गणित सेक्शन कठिन और लंबा था, फिजिक्स में भी चुनौतीपूर्ण सवाल थे।

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JEE Main 2025 Shift 2 Difficulty Level: जेईई मेन विषयवार विश्लेषण

अधिकांश छात्रों ने भौतिकी को मध्यम से कठिन माना। उनके अनुसार, कुछ प्रश्न जेईई एडवांस्ड स्तर के थे। सैद्धांतिक प्रश्न कम थे, जबकि अधिकांश प्रश्न अनुप्रयोग-आधारित थे। इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, ऑप्टिक्स और मैकेनिक्स से भी अधिक प्रश्न थे।

शिफ्ट 2 में केमिस्ट्री को सबसे आसान खंड माना गया, जिससे छात्रों को समय की बचत हुई। अधिकांश प्रश्न अकार्बनिक से थे, जबकि कार्बनिक और भौतिक प्रश्न कम थे। अधिकांश सैद्धांतिक प्रश्न सीधे एनसीईआरटी से थे।

गणित सबसे कठिन सेक्शन था जिसमें मध्यम से लेकर कठिन तक के प्रश्न थे। बीजगणित और कलन मुख्य विषय थे। सांख्यिकी से कोई प्रश्न नहीं था। प्रश्न बहुत कठिन नहीं थे, लेकिन लंबी गणनाएं शामिल थीं, जिससे यह सेक्शन कठिन हो गया।

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