Press Trust of India | May 14, 2025 | 07:45 PM IST | 1 min read
जेएनयू-इनोनू यूनिवर्सिटी एमओयू के तहत संकाय और छात्र आदान-प्रदान समेत अन्य कार्यक्रमों को शामिल किया गया था।
नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए तुर्किये के इनोनू विश्वविद्यालय के साथ एक अकादमिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) को स्थगित कर दिया है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने मंगलवार (13 मई, 2025) को इसकी जानकारी दी।
एमओयू पर 3 फरवरी को तीन साल की अवधि के लिए हस्ताक्षर किए गए थे। जेएनयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने तुर्किये के इनोनू विश्वविद्यालय के साथ समझौता ज्ञापन को स्थगित कर दिया है। समझौते के तहत, संकाय और छात्र आदान-प्रदान समेत अन्य कार्यक्रमों की योजना थी।’’
तुर्किये के मालट्या स्थित इनोनू विश्वविद्यालय ने अंतर-सांस्कृतिक अनुसंधान और छात्र सहयोग को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत जेएनयू के साथ शैक्षणिक साझेदारी की थी। एमओयू को स्थगित करने का फैसला भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की पृष्ठभूमि में लिया गया है।
चार दिन तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद भारत-पाकिस्तान ने 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई थी। तुर्किये द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने तथा वहां आतंकवादी शिविरों पर भारत के हालिया हमलों की निंदा करने के कारण भारत के तुर्किये के साथ व्यापारिक संबंधों में तनाव आने की आशंका है।
पाकिस्तान को तुर्किये के समर्थन के बाद, पूरे देश में तुर्किये के सामान और पर्यटन का बहिष्कार करने की मांग उठ रही है। इसके अलावा, ईजमाईट्रिप और इक्सिगो जैसे ऑनलाइन यात्रा मंच ने इन देशों की यात्रा के खिलाफ परामर्श जारी किया है।
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा, “राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से जेएनयू और इनोनू विश्वविद्यालय (तुर्किये) के बीच समझौता ज्ञापन को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है। जेएनयू राष्ट्र के साथ खड़ा है।”