Gyan Post: डाक विभाग ने रियायती दरों पर शैक्षणिक पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए 'ज्ञान पोस्ट' पहल शुरू की

डाक विभाग की 'ज्ञान पोस्ट' सुविधा शैक्षणिक पुस्तकों और सामग्रियों की आपूर्ति के लिए एक सस्ता साधन उपलब्ध कराएगी।

ज्ञान पोस्ट सेवा 1 मई, 2025 से पूरे भारत में सभी विभागीय डाकघरों में चालू हो जाएगी। (इमेज-एक्स/@JM_Scindia)

Santosh Kumar | April 28, 2025 | 10:04 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार (28 अप्रैल) को डाक विभाग की नई पहल 'ज्ञान पोस्ट' की शुरुआत की। इस पहल के तहत देशभर में डाकघरों के विशाल नेटवर्क का उपयोग करके पाठकों तक रियायती दरों पर किताबें, अध्ययन सामग्री, प्रतियोगी परीक्षाओं की पाठ्यपुस्तकें और सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व का साहित्य पहुंचाया जाएगा। यह सेवा अतिरिक्त निगरानी सुविधाओं के साथ आती है।

इसके तहत 300 ग्राम तक के पैकेट की आपूर्ति के लिए 20 रुपये और 5 किलोग्राम तक के पैकेट के लिए 100 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। पैकेज के वजन के आधार पर रियायती दरें सामान्य बुक पोस्ट से 70 प्रतिशत तक कम हैं।

केंद्रीय संचार मंत्री सिंधिया ने कहा, "डाक विभाग बहुत ही महत्वपूर्ण और सार्थक पहल की घोषणा कर रहा है। डाक विभाग की 'ज्ञान पोस्ट' सुविधा शैक्षिक पुस्तकों और सामग्रियों की आपूर्ति के लिए एक सस्ता साधन उपलब्ध कराएगी।"

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यह सेवा शिक्षा को बढ़ावा देने और देश के हर हिस्से में छात्रों तक किताबें पहुंचाने के लिए भारतीय डाक की एक पहल है। मंत्री ने कहा कि सीखने और ज्ञान साझा करने में मदद के लिए तैयार की गई 'ज्ञान पोस्ट' से सालाना 70 लाख आपूर्ति किए जाने की उम्मीद है।

ज्ञान पोस्ट सेवा 1 मई, 2025 से पूरे भारत में सभी विभागीय डाकघरों में चालू हो जाएगी। जानकारी के अनुसार, 'ज्ञान पोस्ट' के माध्यम से भेजी गई सामग्री को ट्रैक भी किया जा सकेगा और इसे कम लागत पर सतही मार्ग से ले जाया जाएगा।

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