GO4Youth Olympiad 2024: ग्रीन ओलंपियाड फॉर यूथ के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 25 फरवरी, 8 अप्रैल से होगा एग्जाम
GO4Youth ओलंपियाड 2024 परीक्षा का आयोजन ऑनलाइन मोड में हिंदी व अंग्रेजी दोनों माध्यम में होगा। यूथ ओलंपियाड एग्जाम 60 मिनट के लिए आयोजित किया जाएगा।
Abhay Pratap Singh | February 20, 2024 | 08:06 PM IST
नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने ग्रीन ओलंपियाड फॉर यूथ 2024 (GO4Youth) के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 31 जनवरी से शुरू कर दिया है। जिन युवाओं ने अभी तक पंजीकरण नहीं किया है, वे अंतिम तिथि 25 फरवरी से पहले अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
GO4Youth ओलंपियाड 2024 परीक्षा 8 अप्रैल से 12 अप्रैल 2024 तक आयोजित की जाएगी। यूथ ओलंपियाड पूरे भारत में उच्च शिक्षा संस्थानों में 18 से 25 वर्ष की आयु के छात्रों के लिए बनाया गया एक विशिष्ट अंतः विषय कार्यक्रम है।
ग्रीन ओलंपियाड फॉर यूथ का आयोजन द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टीईआरआई) द्वारा यूजीसी, शिक्षा मंत्रालय (एमओई) और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी) के सहयोग से किया जाता है।
यूजीसी ने सोशल साइट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर किए गए एक पोस्ट में बताया कि, “यदि आप 18 से 25 वर्ष की आयु के छात्र हैं, तो GO4Youth ओलंपियाड (युवाओं के लिए ग्रीन ओलंपियाड) में भाग लें। पर्यावरण और स्थिरता के मुद्दों में अपनी भूमिका निभाएं।”
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GO4Youth ओलंपियाड 2024 परीक्षा का ऑनलाइन आयोजन कंप्यूटर-आधारित टेस्ट (सीबीटी) के माध्यम से किया जाएगा। परीक्षा की अवधि 60 मिनट रहेगी, इसमें कुल 50 प्रश्न पूछे जाएंगे। ओलंपियाड ऑनलाइन एग्जाम अंग्रेजी व हिंदी दोनों माध्यम में आयोजित होगा। परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं है।
GO4Youth Olympiad 2024: छात्रों को मिलने वाले लाभ
- सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाणपत्र वितरित किए जायेंगे।
- रैंक धारकों को योग्यता और विशिष्टता ई-प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
- टॉप थ्री में स्थान लाने वाले अभ्यर्थी को नकद पुरस्कार मिलेगा।
- छात्रों को ‘टीईआरआई’ के युवा नेटवर्क में सदस्यता मिलेगी।
- टीईआरआई और अन्य संस्थानों में इंटर्नशिप के अवसर दिए जाएंगे।
- इससे आकर्षक पर्यावरण पोर्टफोलियो बनाने में मदद मिलेगी।
ग्रीन ओलंपियाड फॉर यूथ 2024 में जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, अपशिष्ट प्रबंधन, स्वच्छता, जैविक विविधता के संरक्षण, जैविक संसाधनों और जैव विविधता के प्रबंधन, वन और वन्यजीव संरक्षण, सतत विकास और जीवन के बारे में छात्रों की जागरूकता और समझ के स्तर का मूल्यांकन किया जाता है।
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