भारत में अगले 5 वर्ष में फाइबर तकनीक के क्षेत्र में 1,00,000 से अधिक नए रोजगार होंगे - टीमलीज सर्विसेज

देश भर में 2023 तक करीब 7,00,000 किमी ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई जा चुकी है, जो डिजिटल बुनियादी ढांचे के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

भारत में फाइबर तकनीशियनों की संख्या 5,00,000 से अधिक होने का अनुमान है। (प्रतीकात्मक-फ्रीपिक)

Press Trust of India | November 25, 2024 | 03:37 PM IST

नई दिल्ली: टीमलीज सर्विसेज के मुख्य रणनीति अधिकारी सुब्बुराथिनम पीके ने कहा कि ब्रॉडबैंड और 5जी नेटवर्क सहित तेजी से डिजिटल क्षेत्र में विस्तार हो रहा है। जिसके चलते अगले पांच वर्षों में फाइबर स्थापना, रखरखाव तथा मरम्मत क्षेत्रों में करीब 1,00,000 नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि भारत का दूरसंचार बाजार 2024 में 48.61 अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान है और 2029 तक इसके 76.16 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 9.40 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ रहा है।

देश भर में 2023 तक करीब 7,00,000 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई जा चुकी है, जो डिजिटल बुनियादी ढांचे के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

Also read स्कूल और कॉलेजों में प्राप्त शिक्षा का उद्देश्य समाज की भलाई हो, विद्या भारती मॉडल को दें बढ़ावा - RSS प्रमुख

सुब्बुराथिनम ने कहा, ‘‘फाइबर ऑप्टिक तकनीशियन खंड में रोजगार की वार्षिक वृद्धि दर काफी हद तक भारत में ब्रॉडबैंड और 5जी नेटवर्क के तेजी से विस्तार से प्रेरित है। चूंकि सरकार तथा दूरसंचार संचालक फाइबर बुनियादी ढांचे के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, इसलिए फाइबर तकनीशियनों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।’’

उन्होंने कहा कि दूरसंचार टावर में फाइबर तकनीक के बढ़ते उपयोग से करीब एक लाख नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है।

वर्तमान में देश भर में 4जी, 5जी और ब्रॉडबैंड पहलों का समर्थन करने के लिए फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क के तेजी से विस्तार के बाद भारत में फाइबर तकनीशियनों की संख्या पांच लाख से अधिक होने का अनुमान है।

[

विशेष समाचार

]
[

नवीनतम शिक्षा समाचार

]