Press Trust of India | December 13, 2025 | 12:32 PM IST | 1 min read
कार्यकारी परिषद ने ढाका कॉम्प्लेक्स की 3.7 एकड़ खाली भूमि पर छात्राओं के लिए नया छात्रावास बनाने का भी प्रस्ताव रखा।

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की कार्यकारी परिषद (ईसी) ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जिनमें एक प्रमुख हॉल का नाम बदलकर ‘वंदे मातरम् हॉल’ रखना और उड़िया अध्ययन केंद्र की स्थापना को मंजूरी देना शामिल है। कुलपति योगेश सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में सहमति बनी कि कला संकाय में स्थित सभागार को नवीनीकरण के बाद ‘वंदे मातरम् हॉल’ के नाम से जाना जाएगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कुलपति योगेश सिंह ने यह भी पुष्टि की कि 28 फरवरी, 2026 को आयोजित होने वाले डीयू के 102वें दीक्षांत समारोह में भारत के उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन मुख्य अतिथि होंगे।
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परिषद ने कला संकाय में उड़िया अध्ययन केंद्र स्थापित करने के प्रस्ताव को भी अनुमोदित कर दिया कुलपति सिंह ने कहा कि यह केंद्र उड़िया भाषा, साहित्य, संस्कृति और सभ्यता पर ज्ञान के दायरे का विस्तार करेगा।
परिषद ने ढाका कॉम्प्लेक्स की 3.7 एकड़ खाली भूमि पर छात्राओं के लिए नया छात्रावास बनाने का भी प्रस्ताव रखा। बैठक में 2025-26 के लिए 1,312.33 करोड़ रुपये के संशोधित बजट अनुमान को भी स्वीकृति दे दी गई।