Santosh Kumar | December 5, 2025 | 07:38 PM IST | 1 min read
यह कोलैबोरेशन एचएसई यूनिवर्सिटी के साथ पार्टनरशिप में डीयू की फैकल्टी ऑफ टेक्नोलॉजी में एक स्पेस मिरर लैब स्थापित करने के लिए है।

नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी और रूस की एचएसई यूनिवर्सिटी मिलकर एक स्पेस मिरर लैब बनाएंगे। इस प्रोजेक्ट को लेकर दिल्ली यूनिवर्सिटी और रूस की नेशनल रिसर्च यूनिवर्सिटी हायर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (एचएसई यूनिवर्सिटी) के बीच आज 'स्टेटमेंट ऑफ कोऑपरेशन' साइन किया गया। इस मौके पर दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर प्रोफेसर योगेश सिंह ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि दो दोस्त देशों के दो बड़े संस्थान रिसर्च में सहयोग करने के लिए एक साथ आए हैं।
उन्होंने बताया कि यह प्रस्तावित सहयोग दिल्ली यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ टेक्नोलॉजी में एचएसई यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर एक स्पेस मिरर लैब स्थापित करने के लिए है। वाइस-चांसलर प्रोफेसर योगेश सिंह ने इस संबंध में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि एकेडमिक रिसर्च के मकसद से स्पेस स्पेक्ट्रम में डेटा स्टोरेज, प्रोसेसिंग और ट्रांसमिशन के लिए डीयू और एचएसई यूनिवर्सिटी के बीच एक साइंटिफिक मिरर लेबोरेटरी स्थापित करना दूरदर्शी और महत्वाकांक्षी योजना है।
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दोनों यूनिवर्सिटी मिरर लैब के जरिए मिलकर ऐसे जॉइंट रिसर्च और एजुकेशनल प्रोजेक्ट पर काम करेंगी जो भारत और रूस के लिए काम के होंगे। कुलपति ने कहा कि इसके अलावा भी कई और शैक्षणिक परियोजनाएं भी पाइपलाइन में हैं।
उन्होंने कहा कि जॉइंट एकेडमिक और रिसर्च प्रोग्राम से दोनों यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स और फैकल्टी मेंबर्स को बहुत फायदा होगा। इस मौके पर वाइस-चांसलर प्रोफेसर योगेश सिंह की मौजूदगी में स्टेटमेंट ऑफ कोऑपरेशन साइन किया गया।
इस इवेंट में रूस की तरफ से एचएसई यूनिवर्सिटी के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. मनोज शर्मा और अनास्तासिया सर्गेवा मौजूद रही, जबकि डीयू की तरफ से प्रो. बलराम पाणी, एसओएल डायरेक्टर पायल मागो और कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।