शेलार ने कहा कि यह पहल भाजपा के चुनाव घोषणापत्र के अनुरूप है, जिसमें विकास के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग पर जोर दिया गया है।
Press Trust of India | February 2, 2025 | 12:49 PM IST
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री आशीष शेलार ने कहा है कि राज्य में देश के पहले कृत्रिम मेधा (एआई) विश्वविद्यालय की योजना बनाने और उसे लागू करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है। शेलार ने शनिवार (1 फरवरी) शाम को कहा कि यह विश्वविद्यालय एआई और संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगा और उत्कृष्टता का केंद्र होगा।
उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय उद्योग, शिक्षा और सरकार के बीच सहयोग को बढ़ाएगा। शेलार ने कहा कि कार्यबल में शिक्षा, उद्योग और सरकार के विशेषज्ञ शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह संस्थान एआई शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार पर ध्यान केंद्रित करेगा।
शेलार ने कहा कि यह पहल भाजपा के चुनाव घोषणापत्र के अनुरूप है, जिसमें विकास के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा, "विश्वविद्यालय एआई और संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगा।"
उन्होंने कहा, "यह कौशल विकास, प्रौद्योगिकी नवाचार और नीति निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित करेगा। इसका उद्देश्य महाराष्ट्र को एआई शिक्षा और नवाचार का केंद्र बनाना है।" टास्क फोर्स का नेतृत्व सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव करेंगे।
इसमें आईआईटी मुंबई और आईआईएम मुंबई के निदेशक, गूगल इंडिया, महिंद्रा समूह और एलएंडटी जैसे संगठनों के प्रतिनिधि तथा भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारी शामिल हैं।
टास्क फोर्स में राजीव गांधी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आयोग और भारतीय डेटा सुरक्षा परिषद के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। 1 फरवरी को घोषित केंद्रीय बजट में शिक्षा के लिए एआई में 3 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए 500 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की गई थी।