UPPSC RO/ARO Paper Leak: आरओ/एआरओ पेपर लीक मामले में आयोग ने 58 जिलों की मांगी रिपोर्ट, स्थानीय प्रशासन को तलब

यूपीपीएससी आरओ/एआरओ परीक्षा 11 फरवरी को आयोजित की गई थी, जिसके बाद पेपर लीक के आरोप लगे थे, अब आयोग ने कार्रवाई की है।

पेपर लीक मामले में आयोग ने 58 जिलों की मांगी रिपोर्ट (प्रतीकात्मक-विकिमीडिया कॉमन्स)

Santosh Kumar | February 22, 2024 | 10:21 AM IST

नई दिल्ली: यूपीपीएससी समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) परीक्षा 2023 की जांच का दायरा लगातार बढ़ रहा है। आयोग ने आयोजित परीक्षा में कथित पेपर लीक मामले में सभी 2,387 केंद्रों (58 जिलों में) के नोडल अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। साथ ही स्थानीय प्रशासन को जांच के लिए तलब किया है।

आयोग नोडल अधिकारियों से यह जानकारी जुटा रहा है कि पेपर किस केंद्र पर कितने बजे पहुंचा और पेपर का बंडल कब खोला गया। इसके अलावा यूपीपीएससी ने इस पूरी घटना की सीसीटीवी फुटेज भी मांगी है।

आपको बता दें कि UPPSC RO/ARO Paper Leak 11 फरवरी को आयोजित की गई थी। इसके बाद पेपर आउट होने और प्रश्नपत्र की सील टूटने जैसे कई आरोप लगे जिस पर अब आयोग ने कार्रवाई की है। आरओ/एआरओ पेपर लीक मामले की जांच एसटीएफ कर रही है।

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RO ARO Paper Leak: परीक्षा से पहले उत्तर कुंजी वायरल

यूपीपीएससी के सूत्रों के अनुसार, उम्मीदवारों ने दावा किया है कि परीक्षा से एक घंटे पहले सोशल मीडिया पर दोनों पालियों की प्रश्नों की उत्तर कुंजी वायरल हो रही थी। पहली कुंजी में केवल आधे उत्तर सही थे, जबकि दूसरी कुंजी में सभी उत्तर सही थे।

आयोग ने कहा कि यदि प्रश्नपत्र वहीं लीक हुए हैं जहां वे छपे थे, तो प्रश्नपत्रों को कोषागार में सुरक्षित रखना स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है। इसमें आयोग की कोई भूमिका नहीं है। ऐसे में सभी 58 जिलों के स्थानीय प्रशासन से संपर्क किया गया है।

इस बीच आरओ/एआरओ परीक्षा का पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, वे दोबारा परीक्षा की मांग पर अड़े हुए हैं।

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