Abhay Pratap Singh | January 17, 2024 | 03:34 PM IST | 1 min read
दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय सहित कई यूनिवर्सिटी अपने दीक्षांत समारोह के परिधानों में हथकरघा कपड़ों का उपयोग कर रहे हैं।
नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सचिव प्रोफेसर मनीष जोशी ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों व राज्यों को पत्र लिखते हुए यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में औपचारिक पोशाक के रूप में हथकरघा से तैयार कपड़े पहने की अपील की है।
यूजीसी के अनुसार, ऐसा करने से हथकरघा को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। हथकरघा पोशाक पहनने पर छात्रों में भारतीय होने पर गर्व की भावना उत्पन्न होगी और ऐसे कपड़े भारत के सभी मौसमों में आरामदायक साबित होते हैं।
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यूजीसी ने लिखे गए पत्र में आगे कहा कि कई विश्वविद्यालय पहले से ही दीक्षांत समारोह में औपचारिक पोशाक के तौर पर हथकरघा कपड़ों का प्रयोग कर रहे हैं। हालांकि, कुछ विश्वविद्यालयों ने अभी भी दीक्षांत समारोह के दौरान अपने औपचारिक ड्रेस कोड में बदलाव नहीं किया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय जैसे तमाम यूनिवर्सिटी अपने दीक्षांत समारोह की पोशाक के तौर पर हथकरघा कपड़ों का उपयोग करना शुरू कर दिया है। डीयू ने गाउन व टोपी के साथ स्टॉल जबकि जेएनयू ने सफेद कुर्ता पायजामा और साड़ियों को हथकरघा पोशाक के रूप में शामिल किया है।