यूपी बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में 25 जनवरी से 1 फरवरी तक कक्षा 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं आयोजित की गई थी। इनमें आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, फैजाबाद, आजमगढ़, देवीपाटन और बस्ती मंडलों के स्कूल शामिल थे।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 22 फरवरी से 9 मार्च के बीच आयोजित की गईं। दोनों ही कक्षाओं की परीक्षाएं अब संपन्न हो चुकी हैं। 13 और 14 मार्च को बोर्ड की तरफ से प्रैक्टिकल परीक्षा ने दे पाने वाले परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
बिहार बोर्ड ने 15 से 23 फरवरी के बीच 1585 परीक्षा केंद्रों पर मैट्रिक वार्षिक परीक्षा आयोजित की थी। परीक्षा में लगभग 16 लाख से ज्यादा छात्र शामिल हुए थे।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के बीच डिजिटल कौशल को बढ़ाना है। इसके माध्यम से शिक्षकों को 'कैनवा फॉर टीचर्स' समुदाय में शामिल होने का भी अवसर मिलेगा।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षां 9 मार्च को समाप्त होंगी। इंटरमीडिएट के प्रैक्टिकल में जो परीक्षार्थी छूट गए थे, उनको बोर्ड की तरफ से एक और मौका दिया गया है।
आरबीएसई 10वीं अंग्रेजी विषय की परीक्षा कल यानी 7 मार्च को होनी है। इसके साथ ही 10वीं की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। 12वीं की परीक्षाएं पहले से ही जारी हैं। परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को बोर्ड की गाइडलाइन का पालन करना होगा।
दिल्ली उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने एकल-न्यायाधीश के पहले के आदेश को संशोधित किया है, जिसमें ईडब्ल्यूएस श्रेणी के तहत स्कूल प्रवेश के लिए आय सीमा को बढ़ाया गया था। पहले आय सीमा को 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख प्रति वर्ष किया गया था।