Rahul Gandhi ने छात्रों में बढ़ती आत्महत्या दर पर जताई चिंता, लोकसभा में पेश की रिपोर्ट

राहुल गांधी ने कहा, "मैं देश के युवाओं से अपील करता हूं - समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाएं, सवाल पूछें - डरें नहीं! मैं आपके साथ खड़ा हूं

राहुल ने कहा कि आज के छात्र बड़े पैमाने पर बेरोजगारी, पेपर लीक, शिक्षा में भ्रष्टाचार का सामना कर रहे हैं। (इमेज-X/@RahulGandhi)

Press Trust of India | August 31, 2024 | 10:40 PM IST

नई दिल्ली: लोकसभा में आज (31 अगस्त) विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने छात्रों की आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं पर आधारित एक रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कहा कि युवाओं की आत्महत्या गंभीर चिंता का विषय है और सरकार से अपेक्षा की कि वह युवाओं के लिए नई योजनाएं बनाकर उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करे।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के आधार पर, रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में छात्रों की आत्महत्याओं में खतरनाक वृद्धि देखी जा रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल आत्महत्याएं हर साल 2 प्रतिशत बढ़ रही हैं, जबकि छात्रों की आत्महत्याओं में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके अलावा, छात्रों की आत्महत्या के मामलों की “कम रिपोर्टिंग” की संभावना है।

छात्रों में आत्महत्या की संख्या में वृद्धि

राहुल गांधी ने अपने व्हाट्सएप चैनल पर लिखा, "देश में युवाओं में आत्महत्या की दर बेहद दुखद और चिंता का विषय है। पिछले 10 सालों में 0-24 वर्ष आयु वर्ग के लोगों की संख्या 58.20 करोड़ से घटकर 58.10 करोड़ हो गई है, वहीं छात्रों में आत्महत्या की संख्या 6,654 से बढ़कर 13,044 हो गई है।"

राहुल गांधी का कहना है, "भारत आज दुनिया में सबसे बड़ी युवा आबादी वाला देश है, लेकिन दुख की बात है कि युवाओं को सुविधाओं की जगह कठिनाइयां और मजबूरियां मिल रही हैं। यह सामाजिक, आर्थिक और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं की ओर इशारा करता है।"

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'पेपर लीक, भ्रष्टाचार से परेशान छात्र'

राहुल ने दावा किया कि आज के छात्र बड़े पैमाने पर बेरोजगारी, पेपर लीक, शिक्षा में भ्रष्टाचार, महंगी शिक्षा, सामाजिक उत्पीड़न, आर्थिक असमानता, माता-पिता के दबाव जैसी असंख्य समस्याओं से जूझते हुए सफलता पाने की कोशिश कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा, "मैं सरकार से अपेक्षा करता हूं कि वह छात्रों और युवाओं के लिए इस कठिन रास्ते को आसान बनाने के लिए हर संभव योजना बनाए, उनके मार्ग में बाधाएं पैदा करने के बजाय उनका समर्थन करे। मैं छात्रों के माता-पिता और अभिभावकों से अनुरोध करता हूं कि वे उन्हें मानसिक समर्थन और प्रोत्साहन दें।"

उन्होंने आगे कहा, "मैं देश के युवाओं से अपील करता हूं - समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाइए, सवाल पूछिए, अपने अधिकारों की मांग कीजिए - डरिए मत! मैं आपके साथ खड़ा हूं और आपको आपके अधिकार दिलाने के लिए सड़क से संसद तक लड़ता रहूंगा।"

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