Operation Sindoor: भारत-पाक तनाव के बीच यूजी, पीजी परीक्षाएं रद्द होने की खबर को यूजीसी ने फेक, मनगढ़ंत बताया

यूजीसी के नाम से एक मनगढ़ंत सार्वजनिक नोटिस प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि युद्ध की स्थिति के कारण सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और छात्रों को घर लौटने की सलाह दी गई है।

यूजीसी ने छात्रों को आगाह किया है कि फर्जी सूचनाओं के झांसे में न आएं। सतर्क रहें और केवल आधिकारिक यूजीसी स्रोतों का अनुसरण करें। (आधिकारिक वेबसाइट)

Saurabh Pandey | May 9, 2025 | 10:17 AM IST

नई दिल्ली : भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए कुछ शरारती तत्वों ने देशभर के कॉलेजों में स्नातक, स्नातकोत्तर और डिप्लोमा स्तर की परीक्षाएं रद्द होने की अफवाह फैलाना शुरू कर दिया है। हालांकि, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इन दावों को खारिज कर दिया है।

यूजीसी के नोटिस में कहा गया है कि यूजीसी के नाम से एक फर्जी सार्वजनिक नोटिस प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि युद्ध की स्थिति के कारण सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और छात्रों को घर लौटने की सलाह दी गई है। यूजीसी ने कहा है कि यह नोटिस पूरी तरह से मनगढ़ंत और भ्रामक है।

यूजीसी के नाम से जारी फेक नोटिस में कहा गया है कि मई, 2025 में निर्धारित स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा और प्रमाणन स्तर की सभी परीक्षाएं तत्काल प्रभाव से अगली सूचना तक रद्द कर दी गई हैं। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे सुरक्षा के हित में जल्द से जल्द अपने घर लौट जाएं।

यूजीसी ने नोटिस को बताया फेक

यूजीसी के नाम से एक मनगढ़ंत सार्वजनिक नोटिस प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि युद्ध की स्थिति के कारण सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और छात्रों को घर लौटने की सलाह दी गई है।

यूजीसी ने पुष्टि की है कि यह नोटिस फर्जी है। यूजीसी की ओर से ऐसा कोई निर्देश नहीं है। सभी आधिकारिक अपडेट केवल यूजीसी की वेबसाइट और यूजीसी के आधिकारिक सोशल मीडिया चैनलों पर हैं। ऐसी गलत सूचना फैलाना दंडनीय अपराध है।

यूजीसी ने छात्रों को आगाह किया है कि फर्जी सूचनाओं के झांसे में न आएं। सतर्क रहें और केवल आधिकारिक यूजीसी स्रोतों का अनुसरण करें।

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