वित्त मंत्री सीतारमण का कॉलेजों में तनाव प्रबंधन का पाठ पढ़ाने का सुझाव; कांग्रेस ने किया विरोध
केसी वेणुगोपाल ने कहा, "सत्तारूढ़ पार्टी और वित्त मंत्री केवल अडानी और अंबानी जैसे कॉरपोरेट दिग्गजों का दर्द समझते हैं, मेहनती युवा पीढ़ी का नहीं।
Press Trust of India | September 23, 2024 | 11:39 AM IST
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से तनाव प्रबंधन का पाठ पढ़ाने का आह्वान किया, जिससे छात्रों को आंतरिक रूप से मजबूत बनने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह टिप्पणी ईवाई में कार्यरत एक युवा चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की मौत के संदर्भ में की। वहीं, विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सीतारमण की टिप्पणी की आलोचना करते हुए इसे "बेहद क्रूर" बताया है।
दरअसल, 2023 में सीए की परीक्षा पास करने के बाद ईवाई के पुणे कार्यालय में करीब 4 महीने काम करने वाली अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की जुलाई में मौत हो गई थी। अन्ना की मां ने ईवाई इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को पत्र लिखकर कहा कि नए कर्मचारी के रूप में अन्ना पर काम का अत्यधिक बोझ था, जिससे उन पर "शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक" असर पड़ा।
वित्त मंत्री सीतारमण ने क्या कहा?
सरकार ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि वह प्रसिद्ध अकाउंटिंग फर्म ईवाई में काम करने के माहौल की जांच करेगी। 21 सितंबर को निजी मेडिकल कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीतारमण ने महिला कर्मचारी का जिक्र किया।
हालांकि वित्त मंत्री ने कर्मचारी और उसकी नियोक्ता कंपनी का नाम नहीं बताया। सीतारमण ने कहा, "हाल ही में सीए की पढ़ाई पूरी करने वाली युवती काम का दबाव नहीं झेल पाई। हमें दो-तीन दिन पहले पता चला कि इसी दबाव के कारण उसकी मौत हो गई।"
उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों और परिवारों को बच्चों को तनाव प्रबंधन के गुर सिखाने चाहिए। छात्रों में पढ़ाई या नौकरी से जुड़े तनाव को झेलने की आंतरिक शक्ति होनी चाहिए। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने वित्त मंत्री के इस बयान का विरोध किया।
Also read NIT Patna Suicide: एनआईटी बिहटा के हॉस्टल में पंखे से लटका मिला छात्रा का शव, सुसाइड नोट बरामद
कांग्रेस महासचिव ने साधा निशाना
केसी वेणुगोपाल ने कहा, "सत्तारूढ़ पार्टी और वित्त मंत्री केवल अडानी और अंबानी जैसे कॉरपोरेट दिग्गजों का दर्द समझते हैं, मेहनती युवा पीढ़ी का नहीं। ऐतिहासिक बेरोजगारी के दौर में अगर प्रतिभाशाली युवाओं को नौकरी मिल भी जाती है तो लालची कॉरपोरेट कंपनियां उनका शोषण करती हैं।"
'एक्स' पर एक पोस्ट में वेणुगोपाल ने कहा कि वित्त मंत्री का यह सुझाव कि अन्ना और उनके परिवार को तनाव प्रबंधन सिखाया जाना चाहिए, बेहद क्रूर है। इस तरह से पीड़ित को दोषी ठहराना घृणित है और इससे उत्पन्न क्रोध और घृणा को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता।
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- Quad Scholarship: इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के इंजीनियरिंग छात्रों को भारत देगा 500,000 डॉलर की छात्रवृत्ति
- University of Ottawa: जलवायु परिवर्तन का अर्थ है कि हमें आक्रामक प्रजातियों के साथ रहना सीखना होगा
- Medical Colleges in UP: यूपी में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए सस्ती फीस वाले मेडिकल कॉलेज, सीटें, एनआईआरएफ रैंकिंग
- IIT Delhi vs IIM Calcutta: एमबीए कोर्स के लिए कौन-सा संस्थान बेहतर? जानें एनआईआरएफ रैंकिंग, आंकड़े, विश्लेषण
- Supreme Court: लॉ फाइनल ईयर के छात्र अखिल भारतीय बार परीक्षा में हो सकेंगे शामिल, सुप्रीम कोर्ट ने दी अनुमति
- Top 10 Engineering Colleges: भारत के टॉप 10 सबसे सस्ते इंजीनियरिंग कॉलेज कौन से हैं? पात्रता और शुल्क जानें
- NEET PG 2024 Results: नीट पीजी विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में 20 सितंबर को सुनवाई, मानसिक तनाव से जूझ रहे छात्र
- जीएसवी और मोनाश विवि ऑस्ट्रेलिया ने रेलवे इंजीनियरिंग अनुसंधान एवं शिक्षा में सहयोग के लिए एमओयू साइन किया
- Rajasthan News: राजस्थान में पांच वर्षों में 10 लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार - मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
- DU UG Admission 2024: डीयू यूजी स्पॉट राउंड 1 पंजीकरण आज से admission.uod.ac.in पर शुरू, अंतिम तिथि 19 सितंबर