पेपर लीक मामले में पुलिस ने सबसे पहले सिकंदर नाम के शख्स को पकड़ा। बिहार पुलिस को उसके बारे में इनपुट मिले थे। आरोपी ने कई सेंटर और सेफ हाउस में पेपर सॉल्वर रखे थे। उनके पास पहले से ही प्रश्नपत्र थे।
Saurabh Pandey | June 20, 2024 | 11:20 AM IST
नई दिल्ली : नीट यूजी 2024 रिजल्ट जारी होने के बाद से ही इस पर जमकर विवाद छिड़ा है। नीट पेपर लीक मामले के आरोपी अनुराग यादव ने कबूल किया है कि उसने कैसे और किसकी मदद से पेपर लीक किया है।
आरोपी अनुराग यादव के मुताबिक वह कोटा में रहकर नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसके फूफा बिहार के दानापुर नगर परिषद (दानापुर टाउन काउंसिल) में इंजीनियर के पद पर तैनात हैं, उन्होंने उसे फोन कर पटना बुलाया। अनुराग के मुताबिक उसके फूफा ने पूरी सेटिंग पहले से ही कर रखी थी। उसे परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर दे दिया गया था और सभी सवालों के जवाब रटवाए गए थे।
अगले दिन पेपर में 100 फीसदी वही सवाल पूछे गए जो उसे पहले ही गेस्ट हाउस में दिए गए थे, जिन प्रश्नों के जवाब उससे रटवाए गए थे। अनुराग ने बताया कि मेरा सेंटर डी.वाई. पाटिल स्कूल में था। परीक्षा के बाद अचानक पुलिस आई गई और आकर मुझे पकड़ लिया, जिसके बाद मैंने अपना अपराध स्वीकार किया।
मेरा नाम अनुराग यादव (22 साल) है। मैं परिदा थाना हसनपुर, जिला समस्तीपुर का रहने वाला हूं। मैं अपनी सफाई का बयान बिना भय या दबाव, बिना लोभ लालच के शास्त्रीनगर थाने में दरोगा तेज नारायण सिंह के समक्ष दे रहा हूं। मैं नीट की परीक्षा की तैयारी कोटा में एलन कोचिंग सेंटर में रहकर कर रहा था। मेरे फूफा सिंकदर यादवेंदु नगर परिषद दानापुर में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। मेरे फूफा द्वारा बताया गया कि 5 मई 2024 को नीट की परीक्षा है। कोटा से वापस आ जाओ, परीक्षा की सेटिंग हो चुकी है।
मैं कोटा से वापस आ गया और मेरे फूफा ने 4 मई 2024 की रात्रि में अमित आनंद, नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया। यहां पर नीट की परीक्षा का प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका दिया गया। रात्रि में पढ़वाया और रटवाया गया। मेरा सेंटर डीवाई पाटिल स्कूल में था। मै स्कूल में परीक्षा देने गया तो जो प्रश्न पत्र रटवाया गया था, वही प्रश्न सही- सही परीक्षा में मिल गया। परीक्षा के उपरांत अचानक पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया। मैंने अपना अपराध स्वीकार किया। यही मेरा बयान है।"
नीट पेपर लीक मामले का दूसरा आरोपी नीतीश कुमार बिहार के जिला गया से ताल्लुक रखता है। उसने बताया कि सिकंदर प्रसाद यादवेंदु से मेरी मुलाकात नगर परिषद दानापुर के कार्यालय में अमित आनंद के साथ हुई। मैं वहां पर कुछ काम से गया था। उसने बातचीत के सिलसिले में बताया कि किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक कर बच्चा को पास कराता हूं। सिकंदर यादवेन्दु द्वारा बताया गया कि मेरे पास भी 4-5 लड़के हैं, जिसे पास कराना है, जो नीट की तैयारी कर रहे हैं।
इस मामले में अब तक बिहार से ताल्लुक रखने वाले 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए लोगों में 4 परीक्षार्थी और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं। इसके अलावा, ईओयू ने जांच में शामिल होने के लिए 9 उम्मीदवारों (बिहार से 7 और उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से 1-1) को नोटिस जारी किया है।
सुप्रीम कोर्ट नीट-यूजी 2024 विवाद के संबंध में कथित पेपर लीक और कदाचार पर नई याचिकाओं पर सुनवाई करने के लिए तैयार है। याचिकाओं पर शीर्ष अदालत की न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति एसवीएन भट्टी की अवकाश पीठ द्वारा सुनवाई की जाएगी। ताजा याचिकाओं में से आठ याचिकाएं नीट-यूजी परीक्षा में विसंगतियों के संबंध में 56 छात्रों द्वारा दायर की गई हैं। एक याचिका स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) - कम्युनिस्ट पार्टी की एक इकाई द्वारा भी दायर की गई है, जिसमें परीक्षा रद्द करने और इसे नए सिरे से आयोजित करने का निर्देश देने की मांग की गई है।