Manav Rachna University: व्यावहारिक शिक्षा अनुभव को और मजबूत करते हुए एमआर यूनिवर्सिटी एक क्रोम और एआई लैब स्थापित करेगी।
Abhay Pratap Singh | March 21, 2025 | 06:59 PM IST
नई दिल्ली: मानव रचना यूनिवर्सिटी (MRU) ने गूगल क्लाउड और लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के साथ मिलकर डिजिटल एजुकेशन और टेक्निकल ट्रेनिंग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर (MoU Sign) किया है। इसका उद्देश्य छात्रों को नवीनतम तकनीकी और उद्योग-समर्थित पाठ्यक्रमों के माध्यम से भविष्य के लिए तैयार करना है।
गूगल क्लाउड के साथ यह सहयोग डिजिटल शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए ‘डिजिटल कैंपस फॉर गूगल क्लाउड (DCGC)’ कार्यक्रम के तहत किया गया है। यह पहल बीटेक (कोर सीएसई और जेन एआई विशेषज्ञता), बीसीए (क्लाउड कंप्यूटिंग), बीबीए (बिजनेस एनालिटिक्स) और एमबीए (बिजनेस एनालिटिक्स) के छात्रों को लाभान्वित करेगी। इसके अलावा, एक वार्षिक 12-घंटे का हैकाथॉन आयोजित किया जाएगा, जिसमें छात्र गूगल टेक्नोलॉजी का उपयोग कर समस्याओं का समाधान करेंगे।
मानव रचना यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो दीपेंद्र कुमार झा ने कहा, “जैसे-जैसे उद्योग विकसित हो रहे हैं, वैसे-वैसे हमारी शिक्षा प्रणाली को भी विकसित होना आवश्यक है। यह पहल छात्रों को उन कौशलों और व्यावहारिक ज्ञान से सशक्त बनाएगी, जो उन्हें उभरते क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद करेंगे, जिससे वे केवल करियर के लिए तैयार नहीं होंगे बल्कि भविष्य के उद्योग अग्रणी बनेंगे।”
लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के साथ यह साझेदारी इंजीनियरिंग और तकनीक से जुड़े क्षेत्रों में उद्योग-अनुकूल शिक्षा को बढ़ावा देगी। यह कार्यक्रम ई-लर्निंग, वर्चुअल सेशंस और ऑन-कैंपस प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का संयोजन होगा। छात्रों को एलएंडटी एडुटेक के लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (LMS) और वर्चुअल लैब की सुविधा मिलेगी, जिससे वे उन्नत सॉफ्टवेयर टूल्स और प्रोजेक्ट-आधारित लर्निंग का लाभ उठा सकेंगे।
प्रेस रिलीज के अनुसार, “छात्रों को ऑनलाइन सर्टिफिकेट प्रोग्राम में नामांकन करने का अवसर मिलेगा, जिसमें फ्री सर्टिफिकेट और उन्नत पाठ्यक्रमों के लिए सब्सिडी वाले विकल्प शामिल हैं। गूगल क्लाउड एसोसिएट क्लाउड इंजीनियर सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए Google प्लेसमेंट के अवसर भी प्रदान करेगा।”
व्यावहारिक शिक्षा अनुभव को और मजबूत करते हुए मानव रचना यूनिवर्सिटी एक क्रोम और एआई लैब स्थापित करेगी, जो एआई-सक्षम शोध, सहयोग और कौशल विकास के लिए एक समर्पित स्थान प्रदान करेगी। यह पहल छात्रों और संकाय दोनों को लाभान्वित करेगी, जिससे वे तकनीकी नवाचारों में अग्रणी बने रहेंगे। इसके अलावा, ई-मोबिलिटी लैब में छात्रों को ईवी टेक्नोलॉजी, बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स पर विशेषज्ञता हासिल करने का अवसर मिलेगा।