Press Trust of India | March 20, 2025 | 10:45 PM IST | 1 min read
स्वदेशी वेब ब्राउजर और चिप्स टू स्टार्ट अप (सी2एस) कार्यक्रम के विजेताओं को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पुरस्कृत किया।
नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार (20 मार्च) को कहा कि शिक्षा जगत, स्टार्टअप, विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को नए समाधान विकसित करने के लिए परस्पर साथ आना होगा। इस दौरान उन्होंने ‘सरकार को ही सब कुछ करना चाहिए’ इस पुरानी मानसिकता को छोड़ने का आग्रह किया।
स्वदेशी वेब ब्राउजर और चिप्स टू स्टार्ट अप (सी2एस) कार्यक्रम के विजेताओं को पुरस्कृत देते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत एक महान सेवा प्रदाता राष्ट्र रहा है। अब इसे एक उत्पादन करने वाला राष्ट्र भी बनना चाहिए।
वैष्णव ने कहा, ‘‘केवल कुछ सरकारी संस्थान ही सब कुछ विकसित करेंगे की पुरानी मानसिकता के स्थान पर अब एक नई मानसिकता को जन्म दिया है, जहां...शिक्षा जगत, स्टार्टअप, छात्र और शोधकर्ता...को नए समाधान तैयार करने के लिए एक साथ आना चाहिए।’’
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि सेवा एक महान उद्योग है जिसे निरंतर विकसित होना चाहिए, लेकिन साथ ही भारत को एक विनिर्माण करने वाला राष्ट्र भी बनने की आवश्यकता है।
मंत्री ने स्वदेशी ब्राउजर के विकास पर उनके काम के लिए टीम ज़ोहो को एक करोड़ रुपए का पहला पुरस्कार, टीम पिंग को 75 लाख रुपए का दूसरा पुरस्कार और टीम अजना को 50 लाख रुपए का तीसरा पुरस्कार दिया।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के सचिव एस कृष्णन ने इस दौरान कहा कि भारत के भीतर डेटा की सुरक्षा के लिए स्वदेशी ब्राउजर की आवश्यकता है और ऐसे ब्राउजर की आवश्यकता है जिन पर पूरी तरह से भरोसा किया जा सके।