JNU News: जेएनयू छात्र संघ ने जेएनयूईई बहाली के समर्थन में शिक्षकों से भूख हड़ताल में शामिल होने का किया आग्रह

जेएनयूएसयू अध्यक्ष ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों से अपील की कि वे छात्रों के साथ एकजुटता से खड़े हों और कम से कम एक दिन के लिए उनके विरोध प्रदर्शन में शामिल हों।

छात्रों की प्राथमिक मांग जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (जेएनयूईई) को फिर से बहाल करना है। (इमेज-विकिमीडिया कॉमन्स)

Santosh Kumar | July 8, 2025 | 10:15 PM IST

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ ने मंगलवार (8 जुलाई) को विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों को एक पत्र जारी कर उन छात्रों के लिए सक्रिय समर्थन मांगा है जो अपनी मांगों को लेकर पिछले 12 दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। छात्रों की प्राथमिक मांग जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (जेएनयूईई) को फिर से बहाल करना है, जिसे हाल के वर्षों में यूजीसी नेट आधारित प्रवेश प्रणाली द्वारा बदल दिया गया है।

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेएनयूएसयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों से अपील की कि वे अपने छात्रों के साथ एकजुटता से खड़े हों और कम से कम एक दिन के लिए उनके विरोध प्रदर्शन में शामिल हों।

पत्र में दावा किया गया, ‘‘यूजीसी नेट आधारित मॉडल जेएनयू की विशिष्ट शैक्षणिक संस्कृति की अनदेखी करता है और इसने जेएनयूईई द्वारा हाशिए पर पड़े और विविध पृष्ठभूमि के छात्रों को दी जाने वाली पहुंच को कमजोर कर दिया है।’’

Also read JNU News: कुलपति का नाम बदलकर कुलगुरु रखने पर जेएनयूएसयू अध्यक्ष ने कसा तंज, कहा- नाम नहीं व्यवस्था बदलें

छात्र प्रवेश परीक्षा को बहाल करने की मांग के अलावा ‘पीएचडी’ शोधार्थी को बेदखल करने की प्रक्रिया को समाप्त करने, ‘प्रॉक्टोरियल’ जांच को रद्द करने और ‘मेरिट-कम-मीन्स’ छात्रवृत्ति में वृद्धि की भी मांग कर रहे हैं।

अध्यक्ष नीतीश कुमार और सदस्य समेत 5 छात्र 12 दिनों से भूख हड़ताल पर हैं। बता दें कि जेएनयूएसयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार को सोमवार (7 जुलाई) रात सीने में तेज दर्द की शिकायत के बाद सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया।

इनपुट-पीटीआई

[

विशेष समाचार

]
[

नवीनतम शिक्षा समाचार

]