अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस समाज की उन्नति में शिक्षा की आवश्यक भूमिका पर प्रकाश डालता है, जिसमें लैंगिक समानता, गरीबी दर कम करना और इंफॉर्म्ड डिसीजन लेना शामिल है।
Saurabh Pandey | January 24, 2025 | 11:02 AM IST
नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस प्रतिवर्ष 24 जनवरी को मनाया जाता है। शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए इस दिन की शुरुआत की गई थी। अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस महत्वपूर्ण विश्वव्यापी शैक्षिक मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक विशिष्ट विषय पर केंद्रित होता है।
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के लिए इस वर्ष की थीम "एआई और शिक्षा: स्वचालन की दुनिया में मानव एजेंसी का संरक्षण" (AI and Education: Preserving Human Agency in a World of Automation) है, जो इस बात पर केंद्रित है कि शिक्षा कैसे लोगों को तकनीकी प्रगति को समझने और प्रबंधित करने में मदद कर सकती है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) द्वारा 3 दिसंबर 2018 को पारित एक प्रस्ताव के माध्यम से 24 जनवरी को आधिकारिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस घोषित किया गया था। अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पहली बार 24 जनवरी, 2019 को आयोजित किया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस समाज की उन्नति में शिक्षा की आवश्यक भूमिका पर प्रकाश डालता है, जिसमें लैंगिक समानता, गरीबी दर कम करना और इंफॉर्म्ड डिसीजन लेना शामिल है। अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस इस बात पर जोर देता है कि कैसे शिक्षा का उपयोग दुनिया भर में इनोवेशन, बहुसंस्कृतिवाद और मजबूत, स्वस्थ समुदायों के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए किया जा सकता है।
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कोई भी देश तभी विकास कर सकता है और गरीबी के चक्र को तोड़ सकता है, यदि प्रत्येक नागरिक को, लिंग की परवाह किए बिना, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और आजीवन सीखने के अवसर उपलब्ध हों।
मंत्रिमंडल ने भारत सरकार से व्यवहार्यता अंतर निधि के साथ सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड में मेडिकल कॉलेजों को संचालित करने के लिए सफल बोलीदाताओं के चयन को भी मंजूरी दे दी है।
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