इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मुंबई में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग ब्रांच के पंजीकृत छात्रों का पहली बार 100% प्लेसमेंट नहीं हुआ।
Abhay Pratap Singh | April 3, 2024 | 03:43 PM IST
नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान मुंबई (आईआईटी मुंबई) में इस वर्ष 36 प्रतिशत छात्रों का प्लेसमेंट नहीं हुआ है। इसके अलावा पिछले वर्ष आईआईटी मुंबई के 32 प्रतिशत छात्रों को नौकरी नहीं मिली है। आईआईटी मुंबई प्लेसमेट 2024 का आयोजन मई माह तक किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आईआईटी मुंबई प्लेसमेंट 2024 में रजिस्टर्ड 2000 छात्रों में से करीब 712 छात्रों का अभी तक प्लेसमेंट नहीं हुआ है। पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2024 में प्लेसमेंट नहीं होने वाले छात्रों की संख्या में 2.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।
आईआईटी मुंबई में पिछले वर्ष यानी 2023 में 2,209 छात्रों ने प्लेसमेंट के लिए पंजीकरण कराया था, जिनमें से सिर्फ 1,485 छात्रों को ही नौकरी मिली। बताया गया कि कैंपस प्लेसमेंट के माध्यम से कम संख्या में छात्रों का प्लेसमेंट होना काफी चिंता का विषय है।
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अधिकारी ने कहा कि कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग ब्रांच के पंजीकृत छात्रों की मांग सबसे अधिक होती है। ऐसा पहली बार है, जब पंजीकृत छात्रों का 100% प्लेसमेंट नहीं हुआ है। वहीं, प्लेसमेंट में शामिल हुई 380 कंपनियों में घरेलू कंपनियों की भागीदारी अधिक देखी गई।
रिपोर्ट्स में कहा गया कि पिछले वर्ष यानी दिसंबर 2023 में आईआईटी मुंबई के सिर्फ 22 छात्रों का 1 करोड़ रुपये से अधिक के पैकेज पर प्लेसमेंट हुआ था। वहीं, संस्थान द्वारा जारी आंकड़ों में छात्रों की संख्या 85 बताई गई थी। हालाँकि, बाद में गलती सुधारते हुए आईआईटी मुंबई ने नोटिस जारी किया था।
आईआईटी मुंबई प्लेसमेंट पर मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने क्रेंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने सोशल साइट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि, “बेरोजगारी की बीमारी की चपेट में अब IIT जैसे शीर्ष संस्थान भी आ गए हैं। IIT मुंबई में पिछले वर्ष 32% और इस वर्ष 36% स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट नहीं हो सका। देश के सबसे प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थान का ये हाल है...।”