डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने के बाद अब आईआईएमसी डॉक्टरेट सहित अन्य डिग्रियां प्रदान कर सकेगा। आईआईएमसी ने ‘एक्स’ पर इस बात की जानकारी दी है।
Abhay Pratap Singh | January 31, 2024 | 07:38 PM IST
नई दिल्ली: भारतीय जनसंचार संस्थान को यूजीसी की सलाह पर शिक्षा मंत्रालय ने विशिष्ट श्रेणी के तहत एक डीम्ड विश्वविद्यालय घोषित किया है। यह घोषणा आईआईएमसी नई दिल्ली और जम्मू (जम्मू और कश्मीर), अमरावती (महाराष्ट्र), आइजोल (मिजोरम), कोट्टायम (केरल) और ढेंकनाल (ओडिशा) में स्थित इसके पांच क्षेत्रीय परिसरों के लिए है।
डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने के बाद आईआईएमसी अब डॉक्टरेट सहित अन्य डिग्रियां प्रदान करने के लिए अधिकृत है। भारतीय जनसंचार संस्थान ने सोशल साइट 'एक्स' पर आईआईएमसी नई दिल्ली और इसके पांच क्षेत्रीय केंद्रों को डीम्ड विश्वविद्यालय घोषित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय को धन्यवाद दिया है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) के लिए एक विशेष और ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि इसे डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ है। पत्रकारिता, विज्ञापन, जनसंपर्क जैसे मीडिया विषयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए इस संस्थान का गौरवशाली इतिहास रहा है।
ठाकुर ने आगे कहा कि विश्वविद्यालय का दर्जा देना एक नई शुरुआत का प्रतीक है, क्योंकि अनुसंधान और डॉक्टरेट कार्यक्रमों के साथ पाठ्यक्रम में अब और अधिक पाठ्यक्रम जोड़े जा सकते हैं। यह कदम हमारे युवाओं को नए अवसर प्रदान करेगा और उन्हें नए रास्ते तलाशने में मदद करेगा।
आपको बता दें कि, आईआईएमसी लैंग्वेज जर्नलिज्म (उड़िया, मराठी, मलयालम और उर्दू) प्रवेश परीक्षा 2024 के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 1 फरवरी से शुरू होगी। इच्छुक छात्र आधिकारिक वेबसाइट iimc.nic.in पर जाकर 29 फरवरी 2024 तक आवेदन कर सकते हैं।
इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सामान्य वर्ग को 800 रुपये, ओबीसी को 600 रुपये व एससी और एसटी वर्ग के उम्मीदवारों को 550 रुपये आवेदन शुल्क देना होगा। सभी चार भाषी पत्रकारिता कार्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा 10 मार्च को आयोजित होगी, जबकि 20 मार्च को परिणाम घोषित किया जाएगा।