इस अवसर पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी आशीष कुमार चौहान ने युवाओं को भारत की चुनौतियों के समाधान के लिए पारंपरिक एवं आधुनिक दोनों तरह के ज्ञान का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
Press Trust of India | April 7, 2025 | 06:31 PM IST
नई दिल्ली: भारतीय प्रबंधन संस्थान, जम्मू (IIM Jammu) के वार्षिक दीक्षांत समारोह में संस्थान के कुल 772 विद्यार्थियों को एमबीए और पीएचडी की डिग्री प्रदान की गई। आईआईएम जम्मू ने रविवार (6 अप्रैल, 2025) को अपने जगती परिसर में अपना सातवां (7th) और आठवां (8th) वार्षिक दीक्षांत समारोह आयोजित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के ‘बोर्ड ऑफ गवर्नर्स’ के अध्यक्ष मिलिंद कांबले ने की। इस अवसर पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के एमडी एवं सीईओ आशीष कुमार चौहान ने युवाओं को भारत की चुनौतियों के समाधान के लिए पारंपरिक एवं आधुनिक दोनों तरह के ज्ञान का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
संस्थान के एक प्रवक्ता ने सोमवार को एक बयान में कहा कि 499 छात्रों ने एमबीए की डिग्री प्राप्त की, जबकि 114 ने अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन में एमबीए, 99 ने प्रबंधन में एकीकृत कार्यक्रम से, तीन ने पीएचडी, 46 ने कार्यकारी एमबीए पाठ्यक्रम से और 11 छात्रों ने कॉर्पोरेट मामले एवं प्रबंधन कार्यक्रम में कार्यकारी एमबीए से डिग्री प्राप्त की।
उन्होंने बताया कि कुल 772 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। एनएसई के सीईओ आशीष कुमार चौहान ने छात्रों और शिक्षकों को बधाई देते हुए विविधता, समावेशिता के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता और जम्मू कश्मीर के अनूठे संदर्भ में राष्ट्र निर्माण में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
उन्होंने युवाओं को भारत की चुनौतियों को हल करने के लिए पारंपरिक और आधुनिक ज्ञान दोनों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। आईआईएम, जम्मू के निदेशक बीएस सहाय ने संस्थान के विकास, शैक्षणिक विविधीकरण और प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने 2016 में संस्थान की स्थापना के बाद से इसकी यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आईआईएम जम्मू को मार्च में पांच साल के लिए बिजनेस ग्रेजुएट्स एसोसिएशन (बीजीए) मान्यता प्रदान की गई थी।