समझौता ज्ञापन के तहत एचसीआईएल और होंडा आरएंडडी कंपनी लिमिटेड (होंडा की आरएंडडी सहायक कंपनी) के इंजीनियर आईआईटी दिल्ली के शोधकर्ताओं के साथ संयुक्त शोध में भाग लेंगे।
Abhay Pratap Singh | September 11, 2024 | 12:25 PM IST
नई दिल्ली: होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड (HCIL) ने होंडा सीआई (कोऑपरेटिव इंटेलिजेंस) को आगे बढ़ाने के लिए आईआईटी दिल्ली के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह एक एआई है जो पर्यावरण, दृश्य और इरादे की समझ का उपयोग करके सहकारी कार्रवाई और संचार के माध्यम से मशीनों और लोगों के बीच आपसी समझ को सक्षम बनाता है।
एमओयू पर कॉर्पोरेट रिलेशंस की डीन प्रोफेसर प्रीति रंजन पांडा, आईआईटी दिल्ली के डीन (आर&डी) प्रो. नरेश भटनागर, आईआईटी दिल्ली और एचसीआईएल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं निदेशक उदित कुमार, आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर रंगन बनर्जी और होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड (एचसीआईएल) के अध्यक्ष और सीईओ ताकुया त्सुमुरा की उपस्थिति में हस्ताक्षर किया गया।
आईआईटी दिल्ली में बड़ी संख्या में उत्कृष्ट शोधकर्ता और इंजीनियर हैं। समझौता ज्ञापन के तहत एचसीआईएल और होंडा आरएंडडी कंपनी लिमिटेड (होंडा की आरएंडडी सहायक कंपनी) के इंजीनियर आईआईटी दिल्ली के शोधकर्ताओं के साथ संयुक्त शोध में भाग लेंगे, ताकि सीआई की अंतर्निहित तकनीकों को आगे बढ़ाया जा सके। साथ ही भविष्य में यातायात दुर्घटनाओं को कम करने और स्वचालित ड्राइविंग को सक्षम बनाने वाली तकनीकों के अनुप्रयोगों पर ध्यान दिया जा सके।
आईआईटी दिल्ली में कॉरपोरेट रिलेशंस की डीन प्रो. प्रीति रंजन पांडा ने कहा, “मोबिलिटी उद्योग में महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं, जो एआई प्रौद्योगिकियों द्वारा संचालित टिकाऊ और कार्यात्मक उत्पादों की बढ़ती मांग से प्रेरित है, जो इसके भविष्य को आकार दे रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि, “इस साझेदारी का उद्देश्य आईआईटी दिल्ली के उन्नत अनुसंधान और व्यावहारिक अनुप्रयोगों में होंडा की विशेषज्ञता का लाभ उठाना है, ताकि नवाचार को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके और ऐसे समाधान तैयार किए जा सकें जो विभिन्न अनुप्रयोगों में ग्राहकों और समाज दोनों को लाभ पहुंचाएं।”
सीआई के अनुसंधान और विकास पर काम कर रही होंडा वर्तमान में जापान के इबाराकी प्रांत के जोसो शहर में अपने सीआई-संचालित माइक्रो-मोबिलिटी वाहन/ रोबोट की अवधारणा के प्रमाण के रूप में प्रौद्योगिकी प्रदर्शन कर रही है।
सीआई को और आगे बढ़ाने के उद्देश्य से होंडा और आईआईटी दिल्ली ने आसपास के पर्यावरण की पहचान और सहकारी व्यवहार की खेती जैसे संयुक्त अनुसंधान विषय निर्धारित किए हैं। अत्याधुनिक एआई प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हुए संयुक्त अनुसंधान और विकास का संचालन करेंगे।
इसके अलावा, प्रत्येक शोध विषय के लिए होंडा के सहयोगी और आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर संस्थान के छात्रों के साथ मिलकर प्रयोगशाला की सीमाओं से परे काम करने वाली प्रौद्योगिकियों की योजना, डिजाइन, विकास और परीक्षण करेंगे और इस तरह अनुसंधान और विकास को अधिक लचीले ढंग से और उच्च स्तर की स्वतंत्रता के साथ आगे बढ़ाएंगे। इससे होंडा और आईआईटी दिल्ली अकादमिक और उद्योग अंतर्दृष्टि के गहन आदान-प्रदान के साथ अधिक लचीले ढंग से काम करने में सक्षम होंगे।
इस संयुक्त शोध के एक भाग के रूप में, होंडा का लक्ष्य आईआईटी दिल्ली की सहायता से दिल्ली के उपनगरीय क्षेत्रों में ड्राइविंग सहायता और स्वचालित ड्राइविंग प्रौद्योगिकियों का सत्यापन करना है। दिल्ली के यातायात वातावरण में प्रौद्योगिकी सत्यापन का संचालन करके होंडा और आईआईटी दिल्ली सीआई की अंतर्निहित प्रौद्योगिकियों को परिष्कृत करेंगे और उन्हें भारत सहित दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में भविष्य की चालक सहायता और स्वचालित ड्राइविंग प्रौद्योगिकियों में लागू करने का प्रयास करेंगे।