UP News: हाथरस में नवोदय विद्यालय के छात्र अनियमितताओं के विरोध में सड़क पर उतरे, आश्वासन के बाद वापस लौटे
Press Trust of India | July 28, 2025 | 04:32 PM IST | 2 mins read
छात्रों ने आरोप लगाया था कि ‘‘खाने के लिए अच्छा भोजन नहीं दिया जाता, पंखे पुराने हैं, साथ ही बिजली न आने पर जनरेटर होने के बावजूद उसे चलाया नहीं जाता है।’’
हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों ने विद्यालय प्रशासन पर अनियमितता, उत्पीड़न और सुविधाएं उपलब्ध न कराने का आरोप लगाते हुए सड़क पर उतरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद वे वापस लौट गए। वहीं, विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. भगवान सिंह ने किसी तरह की कोई अनियमितता होने से इनकार किया है।
पुलिस ने बताया कि आंदोलन कर रहे छात्रों की बात सुन कर विद्यालय पहुंचकर निरीक्षण किया गया। साफ-सफाई के लिए दल गठित किए गए हैं और जिन समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर हो सकता है उसके लिए काम शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि छात्र अपना आंदोलन समाप्त कर विद्यालय पहुंच चुके हैं। छात्रों ने आरोप लगाया था कि ‘‘खाने के लिए अच्छा भोजन नहीं दिया जाता, पंखे पुराने हैं, साथ ही बिजली न आने पर जनरेटर होने के बावजूद उसे चलाया नहीं जाता है।’’
स्कूल प्रबंधन पर लगाए गए कई आरोप
हाथरस के सिकंदराराऊ के अगसौली स्थित विद्यालय के छात्रों ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए कहा, ‘‘बिजली कटने पर उन्हें जाग कर रात काटनी पड़ती है और सुबह पांच बजे उठकर मैदान में परेड और कसरत के लिए आना पड़ता है।’’
उन्होंने कहा कि उनके बीमार होने पर दवा के नाम पर सिर्फ पेरासिटामोल की गोली दी जाती है, अलग से कोई अच्छी दवा नहीं दी जाती और बीमार होने पर उचित खाना भी नहीं दिया जाता।
Also read एनसीईआरटी ने कक्षा 8 के लिए नई सामाजिक विज्ञान पुस्तक की जारी, बहु-विषयक दृष्टिकोण पर जोर
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने क्या कहा?
छात्रों का यह भी आरोप है कि पिछले दिनों जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक निरीक्षण करने विद्यालय पहुंचे थे, जहां प्रबंधन ने उन्हें अच्छी व्यवस्थाएं दिखाई और क्लीन चिट ले ली, जबकि उनका विद्यालय में रहना बहुत ही मुश्किल हो रहा है।
इस बीच, विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि विद्यालय में किसी तरह की कोई अनियमितता नहीं है। उप जिलाधिकारी (एसडीएम) ने बताया कि छात्र विद्यालय में अनिमितताओं को लेकर नाराज हैं और उन्हें समझाने की कोशिश की गई है।
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- UP News: यूपी में वजीफा से वंचित 5 लाख से अधिक छात्रों को दिवाली से पहले मिलेगी छात्रवृत्ति, सीएम योगी ने कहा
- NIRF Ranking 2025: यूनिवर्सिटी श्रेणी में डीयू 5वें स्थान पर, टॉप 20 में दिल्ली विश्वविद्यालय के 10 कॉलेज
- NIRF MBA Ranking 2025: आईआईएम अहमदाबाद शीर्ष पर बरकरार, आईआईएम लखनऊ की टॉप 5 में वापसी, देखें लिस्ट
- Govt Survey: एक तिहाई स्कूली बच्चे लेते हैं निजी कोचिंग, शहरों में यह प्रवृत्ति अधिक, सरकारी सर्वे में खुलासा
- NEET PG 2025 Result: नीट पीजी रिजल्ट 3 सितंबर तक होगा जारी, लाखों उम्मीदवारों को इंतजार, जानें अपेक्षित कटऑफ
- Coursera Global Skills Report 2025: भारत वैश्विक रैंकिंग में 89वें स्थान पर, एआई और टेक स्किल की मांग में तेजी
- NEET UG 2025: उत्तर प्रदेश के टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज कौन से हैं? पात्रता, फीस और रैंक जानें
- NEET UG 2025 Counselling: एम्स दिल्ली के लिए नीट में कितने मार्क्स चाहिए? जानें संभावित कैटेगरी वाइज कटऑफ
- Parakh Rashtriya Sarvekshan: कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा- स्कूली शिक्षा की स्थिति चिंताजनक, मोदी सरकार उदासीन
- Bihar Govt Jobs: 35% आरक्षण अब सिर्फ बिहार की स्थायी निवासी महिलाओं के लिए, बीपीएससी ने जारी की अधिसूचना