Coaching Centre Death: दृष्टि आईएएस देगा मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद, पीड़ितों को फ्री कोचिंग

दृष्टि आईएएस ने बाढ़ में डूबी सड़क पर करंट लगने से मारे गए छात्र नीलेश राय के परिवार को भी 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, "हम समझते हैं कि किसी भी धनराशि से बच्चे की मृत्यु का दर्द कम नहीं हो सकता।" (इमेज-इंस्टाग्राम/@divyakirti.vikas)

Santosh Kumar | August 2, 2024 | 04:46 PM IST

नई दिल्ली: दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने राऊ कोचिंग सेंटर में मरने वाले 3 यूपीएससी उम्मीदवारों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। संस्थापक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। इसमें कहा गया है कि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राऊ आईएएस संस्थान के बेसमेंट में जान गंवाने वाले मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।

दृष्टि आईएएस ने बाढ़ में डूबी सड़क पर करंट लगने से मारे गए छात्र नीलेश राय के परिवार को भी 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। संस्थान ने कहा है कि यह समय निश्चित रूप से चारों बच्चों के परिवारों के लिए बहुत कठिन है। हम इस अपार दुख में उनके साथ खड़े हैं।

कोचिंग सेंटर ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "हम समझते हैं कि किसी बच्चे की मौत का दर्द किसी भी धनराशि से कम नहीं हो सकता। लेकिन इस मुश्किल समय में समर्थन दिखाने के लिए, दृष्टि आईएएस ने 4 शोक-संतप्त परिवारों को 10-10 लाख रुपये की मदद देने का फैसला किया है। चौथे पीड़ित, नीलेश राय, एक यूपीएससी उम्मीदवार थे, जिनकी लक्ष्मी नगर में पानी भरी सड़क पर बिजली का करंट लगने से मौत हो गई।"

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पीड़ितों छात्रों को मिलेगी फ्री कोचिंग

दृष्टि आईएएस ने राऊ के वर्तमान आईएएस छात्रों के लिए निःशुल्क शैक्षणिक सहायता की भी घोषणा की है, जिसमें सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक विषयों के लिए कक्षाएं और टेस्ट सीरीज शामिल हैं। छात्र 5 अगस्त से दृष्टि आईएएस के करोल बाग कार्यालय से संपर्क करके इस सहायता का लाभ उठा सकते हैं।

जारी नोटिस में लिखा है, "हम राऊ आईएएस के सभी मौजूदा छात्रों की मदद के लिए भी तत्पर रहेंगे। हम उन्हें सामान्य अध्ययन, टेस्ट सीरीज और वैकल्पिक विषयों की तैयारी के लिए निःशुल्क शैक्षणिक सहायता और कक्षाएं प्रदान करेंगे।"

संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि जो छात्र इस सहायता का लाभ लेना चाहते हैं, वे सोमवार, 5 अगस्त 2024 से हमारे करोल बाग कार्यालय में हेल्प डेस्क से संपर्क कर सकते हैं। गौरतलब है कि राऊ स्टडी सर्किल की घटना के बाद से पूर्व सिविल सेवक विकास दिव्यकीर्ति और अन्य प्रख्यात शिक्षकों को छात्रों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है।

सिविल सेवा परीक्षा के अभ्यर्थी सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, शुरू में कई शिक्षकों ने उनकी अनदेखी की। वहीं, अब मीडिया और छात्रों के दबाव के कारण कुछ शिक्षक अपनी साफ-सुथरी छवि दिखाने के लिए विभिन्न मीडिया चैनलों पर साक्षात्कार के माध्यम से खुद को छात्रों का हितैषी बता रहे हैं।

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