Abhay Pratap Singh | February 28, 2024 | 03:47 PM IST | 1 min read
सीबीएसई बोर्ड ने कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए ओपन बुक एग्जाम कॉन्सेप्ट शुरू करने की घोषणा की है।
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने ओपन बुक एग्जाम शुरू करने का प्रस्ताव कक्षा 9 से 12वीं तक के कुछ विद्यालयों में भेजा है। सीबीएसई ने बताया कि ओपन बुक एग्जाम की जांच के लिए कुछ स्कूलों में ही फिलहाल इसे लागू किया जाएगा।
सीबीएसई ने ओपन बुक एग्जाम (ओबीई) से जुड़ी तमाम खबरों का खंडन करने हुए कहा कि बोर्ड वर्तमान में पहल की व्यवहार्यता का पता लगाने के लिए एक अध्ययन शुरू कर रहा है। बोर्ड द्वारा ओबीई को पहले प्रायोगिक स्तर पर लागू किया जाएगा, उसके बाद इसकी व्यवहार्यता का मूल्यांकन होगा।
सीबीएसई के एकेडमिक डायरेक्टर जोसेफ इमैनुएल ने कहा कि "कुछ मीडिया रिपोर्ट ने भ्रम पैदा किया है कि सीबीएसई ने एनईपी-2020 और एनसीएफ-एसई 2023 में सिफारिशों के आधार पर मूल्यांकन में सुधार लाने के लिए ओबीई कराने का निर्णय लिया है। ओबीई का अध्ययन चुनिंदा सीबीएसई स्कूलों में आयोजित किया जाएगा, क्योंकि पहले इसे प्रयोग में लाना और फिर ओबीई की व्यवहार्यता की जांच करना महत्वपूर्ण है।"
इमैनुएल ने आगे कहा कि भारत जैसे विशाल देश में जहां विविध पृष्ठभूमि के शिक्षार्थी आते हैं, ओबीई मूल्यांकन लागू करने से पहले व्यापक तैयारी और समर्थन की आवश्यकता होगी। सीबीएसई को यह निर्धारित करना होगा कि क्या ओबीई मूल्यांकन अपनाने से छात्रों को वास्तव में लाभ होगा। इसलिए, ओबीई पर एक अध्ययन आयोजित करना अनिवार्य है।
ओबीई को शुरुआत में सीबीएसई द्वारा 2013-14 में पेश किया गया था, लेकिन बाद में छात्रों और अभिभावकों सहित हितधारकों की नकारात्मक प्रतिक्रिया के कारण इसे बंद कर दिया गया था। ओपन बुक स्टडी लागू होने पर कक्षा 9, 10, 11 और 12 के विद्यार्थियों को परीक्षा कक्ष में नोट्स, स्टडी मैटेरियल और बुक ले जाने की अनुमति मिलेगी।