सीबीएसई बोर्ड के छात्र जो वर्तमान में 9वीं या 11वीं कक्षा में हैं, उन्हें क्रमशः 10वीं या 12वीं कक्षा में दो बार बोर्ड परीक्षा में बैठने का अवसर मिलेगा।
Santosh Kumar | January 21, 2024 | 10:26 AM IST
नई दिल्ली: 10वीं और 12वीं कक्षा में प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए बोर्ड की ओर से अच्छी खबर सामने आई है। सीबीएसई ने साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया है। बोर्ड अगले साल शैक्षणिक सत्र 2024-25 से वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करेगा। ऐसे में आपके लिए इससे जुड़े नियम और फायदे जानना बेहद जरूरी है।
2025 में होने वाली बोर्ड परीक्षा में छात्रों को बोर्ड परीक्षा देने के दो मौके मिलेंगे। शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) सत्र 2024-25 से कक्षा 10वीं-12वीं के लिए वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करेगा, जैसा कि 2021 में COVID-19 महामारी के दौरान किया गया था।
जानकारी के मुताबिक इस फैसले का मकसद छात्रों पर बोर्ड परीक्षा के बढ़ते तनाव को कम करना है। यदि कोई छात्र परीक्षा के एक सेट में प्राप्त अंकों से संतुष्ट नहीं है, तो वह अगली परीक्षा में उपस्थित हो सकता है। जो व्यक्ति अधिक अंक प्राप्त करेगा उसे मेरिट सूची में स्थान मिलेगा।
खास बात यह है कि दोनों ही परीक्षाएं थोड़े अंतराल पर होंगी। ऐसे में छात्र दोनों परीक्षाओं में शामिल होने या दोनों में से किसी एक परीक्षा में शामिल होने का विकल्प चुन सकते हैं।
एनसीएफ का कहना है कि साल में दो बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने से छात्रों को अपना स्कोर सुधारने का मौका मिलेगा। परीक्षा में छात्रों के उस अंकों को ही अंतिम माना जाएगा, जिसमें उम्मीदवार का प्रदर्शन बेहतर रहेगा।
आपको बता दें कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में साल में दो बार बोर्ड परीक्षा को लेकर सिफारिश की गई है। जिसके तहत सीबीएसई से इसकी शुरूआत हो रही है। इसके साथ ही सभी राज्यों को भी बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में बदलाव का सुझाव दिया गया है।
इससे पहले अक्टूबर 2023 में मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि साल में दो बार बोर्ड फॉर्मेट शैक्षणिक वर्ष 2024-25 (CBSE Board Exam 2024-25) से शुरू किया जाएगा। जो वर्तमान कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों के लिए प्रभावी होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देना अनिवार्य नहीं होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि साल 2023 में सीबीएसई बोर्ड के लिए कुल 38.83 लाख उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी, जिसमें 10वीं कक्षा (21. 86 लाख) और 12वीं कक्षा (16.96 लाख) के छात्र शामिल हुए थे।
(स्रोत- टाइम्स ऑफ इंडिया)
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा प्रत्येक साल 2 सत्र में जेईई एग्जाम का आयोजन किया जाता है। पेपर 1 का आयोजन बीई/बीटेक प्रोग्रामों में प्रवेश के लिए व पेपर 2 का आयोजन बीआर्क और बी प्लानिंग कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है।
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