Press Trust of India | March 27, 2025 | 06:31 PM IST | 1 min read
पीएम-विद्यालक्ष्मी योजना एक विशेष ऋण सेवा है। इसके तहत बिना किसी सुरक्षा और बिना किसी गारंटर के शिक्षा ऋण प्रदान किया जाता है।
नई दिल्ली: बैंक ऑफ बड़ौदा ने मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी (पीएम-विद्यालक्ष्मी) योजना शुरू करने की घोषणा की। पीएम-विद्यालक्ष्मी योजना उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता चाहने वाले छात्रों के लिए केंद्र सरकार की एक पहल है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वित्तीय बाधाओं के कारण भारत के युवा गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित न रहें।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने बयान में कहा कि आवेदक पीएम-विद्यालक्ष्मी प्लेटफॉर्म के माध्यम से बैंक ऑफ बड़ौदा से पीएम-विद्यालक्ष्मी योजना के तहत शिक्षा ऋण के लिए डिजिटल रूप से आवेदन कर सकते हैं।
देश भर में छात्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंक की 8,300 से अधिक शाखाओं के अलावा 12 समर्पित शिक्षा ऋण स्वीकृति प्रकोष्ठ (ईएलएससी) और 119 खुदरा परिसंपत्ति प्रसंस्करण प्रकोष्ठ (आरएपीसी) हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्यकारी निदेशक संजय मुदलियार ने बताया कि पीएम-विद्यालक्ष्मी योजना का उद्देश्य जरूरतमंद और योग्य विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए वित्तीय मदद उपलब्ध कराना है, ताकि सभी को अच्छी शिक्षा मिल सके।
पीएम-विद्यालक्ष्मी योजना एक विशेष ऋण सेवा है। इसके तहत बिना किसी सुरक्षा और बिना किसी गारंटर के शिक्षा ऋण प्रदान किया जाता है। इसे पूरी तरह से डिजिटल आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से सुलभ बनाया गया है।