आंगनवाड़ी केंद्रों को स्कूलों के साथ स्थापित करने के लिए दिशानिर्देश कल होंगे जारी, विज्ञान भवन में कार्यक्रम

Santosh Kumar | September 2, 2025 | 02:42 PM IST | 1 min read

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी कल दोपहर 3 बजे इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगी।

आंगनवाड़ी केंद्रों को स्कूलों के साथ स्थापित करने के लिए दिशानिर्देश 3 सितंबर 2025 को जारी किए जाएंगे। (प्रतीकात्मक-पिक्सल)

नई दिल्ली: स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की पहल पर, आंगनवाड़ी केंद्रों को स्कूलों के साथ स्थापित करने के लिए दिशानिर्देश 3 सितंबर 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में जारी किए जाएंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी दोपहर 3 बजे इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगी। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के दृष्टिकोण पर आधारित है, जो प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) को सुदृढ़ बनाने पर केंद्रित है।

एनईपी 2020 की 5+3+3+4 शिक्षा प्रणाली के अनुरूप, यह पहल प्रीस्कूल के 3 वर्षों को औपचारिक शिक्षा प्रणाली में एकीकृत करने पर जोर देती है। इसका उद्देश्य बच्चों को आजीवन सीखने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करना है।

इस पहल का मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्रों से कक्षा 1 तक बच्चों का सुचारू रूप से प्रवेश सुनिश्चित करना है। इसके अलावा, इस योजना का उद्देश्य आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों के बीच मजबूत संबंध स्थापित करना भी है।

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इस पहल से बच्चों को प्रारंभिक अवस्था में ही बेहतर शैक्षिक और पोषण संबंधी सुविधाएं प्रदान करने में मदद मिलेगी। आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों के बीच तालमेल से बच्चों को एक एकीकृत और समन्वित शैक्षिक वातावरण मिलेगा।

इस पहल से बच्चों की सीखने की क्षमता बढ़ेगी। इससे प्राथमिक स्तर पर स्कूल छोड़ने वालों की दर में कमी आने की उम्मीद है। यह पहल ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में विशेष रूप से कारगर साबित हो सकता है, जहां संसाधनों की कमी एक बड़ी चुनौती है।

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