एम्स नई दिल्ली, आईआईटी दिल्ली और यूसीएल के बीच मेडटेक इनोवेशन पर त्रिपक्षीय साझेदारी

Santosh Kumar | November 22, 2024 | 06:56 PM IST | 1 min read

एम्स नई दिल्ली, आईआईटी दिल्ली और यूसीएल के बीच सहयोग का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा में नई प्रौद्योगिकियों और नवाचारों को लागू करना है।

यूसीएल ने एम्स और आईआईटी दिल्ली के साथ मिलकर मेडटेक नवाचार के लिए साझेदारी शुरू की है। (इमेज-आधिकारिक)

नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नई दिल्ली और आईआईटी दिल्ली ने चिकित्सा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए समाधान विकसित करने के लिए यूसीएल के साथ साझेदारी की है। इस सहयोग का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा में नई तकनीक और नवाचारों को लागू करना है। तीनों संस्थान मिलकर इस क्षेत्र में बेहतर और उन्नत समाधान विकसित करेंगे, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो सके।

विश्वविद्यालयों का लक्ष्य स्टाफ और छात्र आदान-प्रदान, संयुक्त अनुसंधान, कार्यशालाओं और सम्मेलनों के माध्यम से चिकित्सा प्रौद्योगिकी, जैसे डायग्नोस्टिक्स, इमेजिंग, इंस्ट्रूमेंटेशन, डिजिटल स्वास्थ्य और कृत्रिम बुद्धिमत्ता में सुधार करना है।

एम्स के प्रोफेसर आलोक ठाकर ने कहा, "यह साझेदारी स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने और रोगी देखभाल में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। हम चिकित्सा विज्ञान, इंजीनियरिंग और नीति को मिलाकर मेडटेक नवाचार के लिए एक मंच तैयार कर रहे हैं।"

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आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी ने कहा, "हम चिकित्सा प्रौद्योगिकी में किफायती नवाचारों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा में बदलाव लाने के लिए एम्स और यूसीएल के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं।"

आईआईटी दिल्ली के डीन प्रोफेसर नरेश भटनागर ने कहा, "एम्स और यूसीएल के साथ मिलकर हम भारत, ब्रिटेन और दुनिया के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवा के लिए एक मेडटेक नवाचार इको-सिस्टम विकसित कर रहे हैं।"

यूसीएल के अध्यक्ष माइकल स्पेंस ने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और विभिन्न क्षेत्रों में मिलकर काम करने से बड़ी चुनौतियों का समाधान करने में मदद मिलती है। हम भारतीय संस्थानों के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं।"

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