Abhay Pratap Singh | October 13, 2025 | 07:35 PM IST | 2 mins read
विकसित भारत बिल्डथॉन के उद्घाटन सत्र के बाद 120 मिनट का लाइव (नवाचार प्रतियोगिता) इनोवेशन चैलेंज का आयोजन हुआ। इस लाइव टिंकरिंग सत्र में 1 करोड़ से अधिक छात्रों ने भाग लिया।
नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज नई दिल्ली में विकसित भारत बिल्डथॉन 2025 का उद्घाटन किया। स्कूली छात्रों के लिए भारत के सबसे बड़े समन्वित नवाचार हैकाथॉन- विकसित भारत बिल्डथॉन 2025 में 3 लाख से अधिक स्कूलों ने एक साथ भाग लिया। प्रधान ने इस दौरान भुवनेश्वर (ओडिशा) स्थित खोरदा के पीएम श्री गवर्नमेंट हाई स्कूल के छात्रों के साथ बातचीत की।
उद्घाटन सत्र के बाद 120 मिनट का लाइव (नवाचार प्रतियोगिता) इनोवेशन चैलेंज का आयोजन हुआ। दो घंटे लंबे इस लाइव टिंकरिंग सत्र में 1 करोड़ से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इसमें कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों ने 3-5 की टीमों में काम करके चार विषयों - आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी, वोकल फॉर लोकल और समृद्धि विषय पर आधारित प्रोटोटाइप तैयार किए।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, इस कार्यक्रम का विशेष आकर्षण स्कूल स्पॉटलाइट्स रहा और इसमें दूरदराज के क्षेत्रों, आकांक्षी जिलों, पहाड़ी राज्यों और सीमांत क्षेत्रों के 150 से अधिक स्कूल अपनी प्रगति और अपने अनुभव साझा करने के लिए सीधे जुड़े।
प्रधान ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे प्रतिभाशाली स्कूली छात्र एक विकसित और समृद्ध भारत का निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। प्रधान ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 2047 तक विकसित भारत का सपना वीबीबी जैसे परिवर्तनकारी प्रयासों के माध्यम से साकार होगा। केंद्रीय मंत्री ने छात्रों से देश के भविष्य को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया।
शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार ने अपने संबोधन के दौरान इस पहल में देश भर के छात्रों की भागीदारी और प्रयासों की सराहना की। सचिव संजय कुमार ने कहा कि यह अनूठा अभियान छात्रों की सीखने की क्षमता को बढ़ाएगा और उनके नवोन्मेषी दृष्टिकोण को मजबूत करेगा।
अटल नवाचार मिशन (AIM) के मिशन निदेशक दीपक बागला ने विकसित भारत बिल्डथॉन 2025 के बढ़ते महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि बिल्डथॉन नवाचार को एक जन आंदोलन बना देगा। उन्होंने आगे कहा कि बिल्डथॉन नवाचार दूरदराज के गांवों के स्कूलों को महानगरों के स्कूलों से जोड़ेगा।
प्रधान ने छात्रों और शिक्षकों से बातचीत करने के लिए मथुरा रोड स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल और दिल्ली कैंट स्थित पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय नम्बर- 2 का भी दौरा किया। प्रधान ने छात्रों की कई नवीन परियोजनाओं का अवलोकन किया और उनकी सीखने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने छात्रों की रचनात्मकता और उत्साह की सराहना करते हुए उन्हें जिज्ञासु बने रहने के लिए प्रोत्साहित किया।