एमपी राज्य शिक्षा केंद्र की तरफ से 318 ब्लॉक में सर्वे दूसरी और तीसरी के बच्चों के साथ किया गया है। सर्वे रिपोर्ट को बच्चों के साथ बातचीत के आधार पर तैयार किया गया है।
Saurabh Pandey | June 13, 2024 | 03:48 PM IST
नई दिल्ली : मध्यप्रदेश राज्य शिक्षा केंद्र की तरफ से राज्य स्तरीय वार्षिक आंकलन रिपोर्ट 2024 का अनावरण किया गया। इस कार्यक्रम में एमपी के स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह मौजूद रहे। यह रिपोर्ट 318 ब्लॉक में दूसरी और तीसरी कक्षा के बच्चों के साथ बातचीत के आधार पर तैयार की गई है।
निपुण भारत अभियान के तहत एक बच्चा यदि 35 शब्द पर मिनट यदि पढ़ रहा है तो उसे निपुण मानते हैं। दो साल में मध्यप्रदेश में दूसरी कक्षा के 27 प्रतिशत बच्चे निपुण बने हैं।
तीसरी कक्षा के लगभग 40 प्रतिशत बच्चे निपुणता हासिल कर चुके हैं, वे 45 शब्द प्रति मिनट पढ़ते हैं। और 4 अंको को पहचानते हैं और 2 अंकों और 3 अंकों के सवाल हल कर पाते हैं। ऐसे छात्रों की संख्या 22 प्रतिशत है।
63 प्रतिशत बच्चे अक्षर पहचान पाते हैं। वर्ड रीडिंग में 50 प्रतिशत से अधिक बच्चे अक्षर पहचान पाते हैं। कठिन सेंटेंस 49 प्रतिशत बच्चे पढ़ पाते हैं। लगभग 57 प्रतिशत बच्चे संख्या पहचानते हैं। इसके अलावा बच्चे जोड़, घटाना, हासिल के साथ संख्या को घटाने में बच्चों को परेशानी आ रही है।
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राज्य शिक्षा केंद्र के डायरेक्टर धनराजू ने बताया कि दूसरी कक्षा के 27 प्रतिशत निपुणता को 60 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है। तीसरी कक्षा के न्यूमरेसी को 39 प्रतिशत से 60 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। ग्रेड 3 में 22 प्रतिशत बच्चे निपुण हैं न्यूमरेसी में उसे 50 प्रतिशत तक लेकर जाना है।