सेबी के नए अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे ने पंजाब विश्वविद्यालय (चंडीगढ़) से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर और बर्मिंघम विश्वविद्यालय से एमबीए किया है।
Abhay Pratap Singh | February 28, 2025 | 01:06 PM IST
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने 27 फरवरी (गुरुवार) को वित्त एवं राजस्व सचिव तुहिन कांता पांडे को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। वह 28 फरवरी को रिटायर हो रही सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच की जगह लेंगे। तुहिन कांत पांडे सेबी के 11वें अध्यक्ष हैं।
सेबी प्रमुख के रूप में तुहिन कांत पांडे का कार्यकाल 3 वर्ष का होगा। वर्तमान में वह फाइनेंस सिक्रेटरी एंड डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू में सेक्रेटरी हैं। इससे पहले, वह डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPMA) के सेक्रेटरी थे। तुहिन कांत पांडे सबसे लंबे समय तक डीआईपीएमए की जिम्मेदारी संभालने वाले सेक्रेटरी रह चुके हैं।
तुहिन कांत पांडे ओडिशा कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया, जिसमें ओडिशा के संबलपुर जिले के कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट का पद भी शामिल है। उन्हें संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन के क्षेत्रीय कार्यालय में भी नियुक्त किया गया था।
Also readNational Science Day 2025: राष्ट्रीय विज्ञान दिवस आज; सर सीवी रमन और उनके योगदान के बारे में जानें
सेबी चीफ तुहिन कांत पांडे का जन्म 8 जुलाई, 1965 में हुआ था। वह मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं। पंजाब विश्वविद्यालय (चंडीगढ़) से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री पाप्त की। उसके बाद बर्मिंघम विश्वविद्यालय (यूके) से एमबीए किया। पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह ने भी इसी यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में पीजी किया था।
डीआईपीएमए में सचिव रहते हुए तुहिन कांत पांडे ने कई सरकारी कंपनियों में सरकारी हिस्सेदारी बेचने की पॉलिसी बनाई। एयर इंडिया के प्राइवेटाइजेशन में तुहिन कांत पांडे की भी काफी भूमिका रही। 1961 के आयकर अधिनियम को बदलने के लिए तैयार किए गए नए आयकर बिल में भी इनका काफी योगदान रहा।
इसके अलावा, उन्होंने आईडीबीआई बैंक के निजीकरण की प्रक्रिया की देखरेख की, जो अभी भी जारी है। सेबी न्यू सेबी चीफ तुहिन कांत पांडे ने राज्य और केंद्र दोनों सरकारों में काम किया है। ओडिशा सरकार में उन्होंने स्वास्थ्य, सामान्य प्रशासन, वाणिज्यिक कर, परिवहन और वित्त विभागों में प्रशासनिक प्रमुख के रूप में कार्य किया।