Rashtriya Vigyan Puraskar 2024: प्रोफेसर भीम सिंह को राष्ट्रपति ने विज्ञान श्री पुरस्कार से किया सम्मानित

प्रोफेसर भीम सिंह को ई-मोबिलिटी सहित नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के लिए पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के विकास में उनके अपार योगदान के लिए विज्ञान श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

विज्ञान श्री पुरस्कार उन वैज्ञानिकों को दिया जाता है, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विशिष्ट योगदान दिया है। (इमेज- X Account/ President of India)
विज्ञान श्री पुरस्कार उन वैज्ञानिकों को दिया जाता है, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विशिष्ट योगदान दिया है। (इमेज- X Account/ President of India)

Saurabh Pandey | August 22, 2024 | 05:23 PM IST

नई दिल्ली : राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक पुरस्कार समारोह में इंजीनियरिंग विज्ञान में प्रोफेसर भीम सिंह (एसईआरबी राष्ट्रीय विज्ञान अध्यक्ष और आईआईटी दिल्ली में एमेरिटस प्रोफेसर) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रतिष्ठित विज्ञान श्री पुरस्कार प्रदान किया है। विज्ञान श्री पुरस्कार उन वैज्ञानिकों को दिया जाता है, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विशिष्ट योगदान दिया है।

उनके अनुसंधान क्षेत्रों में सौर पीवी ग्रिड इंटरफेस सिस्टम, माइक्रोग्रिड, बिजली गुणवत्ता निगरानी और शमन, सौर पीवी जल पंपिंग सिस्टम, बेहतर बिजली गुणवत्ता एसी-डीसी कनवर्टर, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल मशीन, ड्राइव और इलेक्ट्रिक वाहन शामिल हैं।

प्रोफेसर भीम सिंह आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र भी हैं। उन्होंने अपनी बी.ई. (इलेक्ट्रिकल) की डिग्री 1977 में भारत के रूड़की विश्वविद्यालय (अब आईआईटी रूड़की) से और एम.टेक. (पावर उपकरण और सिस्टम) और पीएच.डी. क्रमशः 1979 और 1983 में आईआईटी दिल्ली से प्राप्त की।

प्रोफेसर भीम सिंह करियर

प्रोफेसर भीम सिंह 1990 में आईआईटी दिल्ली के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में शामिल हुए। वह जुलाई 2014 से अगस्त 2016 तक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख रहे। प्रोफेसर सिंह अगस्त 2016 से अगस्त 2019 तक आईआईटी दिल्ली में अकादमिक के डीन थे।

वह जुलाई 2021 से आईआईटी दिल्ली में एसईआरबी राष्ट्रीय विज्ञान अध्यक्ष और एमेरिटस प्रोफेसर के रूप में काम किया है। प्रो. सिंह 25 अगस्त, जुलाई 2023 से बीओजी, सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरत के अध्यक्ष हैं। प्रो. सिंह ने 129 पीएच.डी. शोध प्रबंध और 183 एम.ई./एम.टेक./ एम.एस.(आर) थीसिस का मार्गदर्शन किया है। उन्होंने 108 पेटेंट दाखिल किए हैं।

उन्होंने निम्नलिखित सफल स्टार्ट-अप का भी मार्गदर्शन किया है। इनमें एम/एस क्वांटन प्राइवेट लिमिटेड, एम/एस हाइपरएक्स एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड, एम/एस इंटेलीकॉन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।

प्रो. सिंह को मिलने वाले सम्मान

प्रो. सिंह को वर्ष 2013 में आईआईटी रूड़की का खोसला राष्ट्रीय अनुसंधान पुरस्कार प्राप्त हुआ है। वह ऊर्जा और एयरोस्पेस सहित इंजीनियरिंग के क्षेत्र में श्री ओम प्रकाश भसीन पुरस्कार-2014 के विजेता हैं।

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प्रो. सिंह को आईईईई पीईएस नारी हिंगोरानी कस्टम पावर अवार्ड-2017 प्राप्त हुआ है। उन्हें आईआईटी दिल्ली में समग्र अनुसंधान योगदान के लिए उद्घाटन फैकल्टी लाइफटाइम रिसर्च अवार्ड-2018 मिला है। वह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक टिकाऊ और कम कार्बन दुनिया बनाने में मदद करने के लिए सौर ऊर्जा क्षेत्र में समाधान विकसित करने की दिशा में काम करने के लिए पहले अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) - हरियाणा कल्पना चावला सौर पुरस्कार के प्राप्तकर्ता हैं।

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