Abhay Pratap Singh | December 23, 2025 | 12:37 PM IST | 2 mins read
मंत्री गौतम टेटवाल ने बताया कि, भोपाल के ग्लोबल स्किल पार्क में करीब 6000 युवाओं को प्रवेश दिया जाएगा।

नई दिल्ली: मध्यप्रदेश सरकार में कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल ने कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में पत्रकार वार्ता में विभाग की 2 वर्ष की उपलब्धियां साझा की। इस दौरान उन्होंने बताया कि, आगामी तीन वर्षों की प्रदेश के 51 विकासखंडों में नए शासकीय आईटीआई खुलेंगे।
आगे कहा, अंतरराष्ट्रीय प्लेसमेंट को प्रोत्साहन देते हुए आईटीआई उत्तीर्ण 113 प्रशिक्षणार्थियों को अबूधाबी, जापान, स्लोवाकिया, कुवैत सहित विदेशों में रोजगार उपलब्ध कराया गया। प्रदेश में युवाओं को स्वरोजगार, रोजगार और अप्रेंटिसशिप से जोड़ने के लिए प्रतिमाह युवा संगम आयोजित किए जा रहे हैं।
मंत्री टेटवाल ने बताया कि दो वर्षों में विभागीय संस्थागत क्षमता मजबूत करने हेतु अनेक नियुक्तियां की गईं। दो साल में 656 युवा संगमों के माध्यम से कुल 1,56,767 आवेदकों को रोजगार से जोड़ा गया। इनमें 99,726 आवेदकों को ऑफर लेटर, 11723 कैंडिडेट को अप्रेंटिसशिप और 45000 युवाओं को स्व-रोजगार का लाभ दिलाया गया।
इस वर्ष 490 दिव्यांग प्रशिक्षणार्थियों और बाल देखरेख संस्थाओं के 16 बच्चों ने आईटीआई में प्रवेश लिया। आठवीं कक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए ट्रेडों की संख्या 5 से बढ़ाकर 10 की गई तथा इन ट्रेडों में 8,041 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया।
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वर्ष 2025 में शासकीय आईटीआई के प्रवेश में वृद्धि देखी गई। कुल सीटें बढ़ाकर 52,248 की गईं और 94.55% सीटें भरी गईं, जो वर्ष 2024 के 86.33% रही। महिला आरक्षण बढ़ाकर 35% किया गया है। समावेशी प्रवेश नीतियों के कारण महिला प्रशिक्षणार्थियों की संख्या बढ़कर 12,191 हुई, जबकि वर्ष 2024 में 9,655 थी।
आईटीआई ग्रेडिंग में प्रदेश की 47 शासकीय आईटीआई ने 10 में से 9 या उससे अधिक अंक प्राप्त किए और शासकीय संभागीय आईटीआई, उज्जैन ने 9.3 अंक के साथ प्रदेश में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है। संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क में वर्ष 2025 में 1,100 प्रशिक्षणार्थियों का प्रवेश सुनिश्चित किया गया।
मंत्री ने कहा कि हम ग्रीन एनर्जी और ऑटोमोबाइल क्षेत्र में फोकस कर रहे हैं। इसके अनुरूप नए कोर्स और प्रशिक्षण शुरू कर प्रदेश के युवाओं को आने वाले हरित व स्वचालित रोजगार बाजार के लिए तैयार किया जा रहे हैं।