Santosh Kumar | September 18, 2024 | 04:35 PM IST | 3 mins read
नीट पीजी 2024 रिजल्ट में कथित धांधली को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर नीट पीजी 2024 अभ्यर्थियों का गुस्सा कम नहीं हुआ है।
नई दिल्ली: मेडिकल में पोस्टग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए नीट पीजी 2024 के रिजल्ट को लेकर विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है। 19 याचिकाकर्ताओं ने नेशनल बोर्ड ऑफ मेडिकल एग्जामिनेशन (एनबीईएमएस) के रिजल्ट और परीक्षा की पारदर्शिता को लेकर चुनौती दी है। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है, जिसने एनबीईएमएस को नोटिस जारी किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 20 सितंबर 2024 को होगी।
नीट पीजी 2024 परीक्षा 11 अगस्त को आयोजित की गई थी और इसके परिणाम 23 अगस्त को जारी किए गए थे। नीट पीजी काउंसलिंग 20 सितंबर से शुरू होने वाली है, लेकिन आधिकारिक कार्यक्रम की घोषणा में देरी से छात्रों में अनिश्चितता और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।
एमसीसी ने अभी तक राउंड 1 काउंसलिंग के शेड्यूल की घोषणा नहीं की है। वहीं फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन और कुछ मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नीट पीजी 2024 राउंड 1 के लिए रजिस्ट्रेशन 20 सितंबर से शुरू होंगे।
इस बीच, नीट पीजी 2024 रिजल्ट में कथित धांधली को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर नीट पीजी 2024 अभ्यर्थियों का गुस्सा कम नहीं हुआ है। एनबीईएमएस द्वारा जारी रिजल्ट को लेकर छात्र लगातार सोशल मीडिया पर अपनी चिंता जाहिर कर रहे हैं।
13 सितंबर को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (एनबीईएमएस) से नीट पीजी 2024 आंसर-की के खुलासे की मांग वाली याचिका पर जवाब मांगा है। कुल 19 उम्मीदवारों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
अभ्यर्थियों ने परीक्षा के परिणाम तैयार करने की सामान्यीकरण पद्धति पर स्पष्टता और रॉ मार्क्स जारी करने की मांग की है। मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि अभ्यर्थी प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी चाहते हैं, क्योंकि उनका दावा है कि उत्तर विकल्प गलत थे। अदालत इस मामले की सुनवाई 20 सितंबर को करेगी।
नीट पीजी 2024 परिणाम के बाद से कई उम्मीदवार मानसिक तनाव में है। हाल ही में, उत्तर प्रदेश के हापुड़ में एक एमबीबीएस छात्रा ने नीट पीजी में कम रैंक आने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका नीट-पीजी 2024 परीक्षा में कम रैंक आने के कारण मानसिक तनाव में थी।
इसके अलावा मध्य दिल्ली के मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज के एक छात्र की कथित आत्महत्या का मामला सामने आया था। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मृतक अमित कुमार का शव नीट पीजी 2024 के नतीजे घोषित होने के बाद हॉस्टल के कमरे में मिला।
एक यूजर ने 'एक्स' पर लिखा, "किसी को यह जानने में कोई दिलचस्पी नहीं है कि नीट यूजी में ऑल इंडिया रैंक 1 और नीट पीजी में ऑल इंडिया रैंक 2 वाले छात्र ने आत्महत्या क्यों की। भारत की विफल और मृत स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में आपका स्वागत है।"
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राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में भारत के मेडिकल छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में चिंताजनक निष्कर्ष सामने आए हैं। सर्वेक्षण से पता चला है कि मेडिकल छात्रों और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं और आत्महत्या के विचार बढ़ रहे हैं।
ऑनलाइन सर्वेक्षण में 25,590 यूजी छात्र, 5,337 पीजी छात्र और 7,035 संकाय सदस्य शामिल थे। पिछले साल 31.23 प्रतिशत पीजी छात्रों ने बताया कि उनके मन में आत्महत्या के विचार आए थे, जिनमें से 4.4 प्रतिशत ने माना कि उन्होंने आत्महत्या का प्रयास किया था।