देवघर पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, संदिग्धो की पहचान बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले परमजीत सिंह उर्फ बिट्टू, चिंटू उर्फ बलदेव कुमार, काजू उर्फ प्रशांत कुमार, अजीत कुमार, राजीव कुमार उर्फ कारू और पंकू कुमार के रूप में की गई है।
Saurabh Pandey | June 22, 2024 | 05:50 PM IST
नई दिल्ली : बिहार पुलिस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में झारखंड के देवघर जिले से छह लोगों को हिरासत में लिया है। उन्होंने सभी छह लोगों को शुक्रवार रात देवीपुर थाना क्षेत्र में एम्स-देवघर के पास एक घर से हिरासत में लिया गया।
एसडीपीओ (देवघर सदर) ऋत्विक श्रीवास्तव ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "बिहार पुलिस ने हमें सूचना दी। हमारी पहचान पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया। सभी संदिग्धों को बिहार ले जाया गया है। उन्होंने बताया कि संदिग्ध कथित तौर पर झुनू सिंह नामक व्यक्ति के घर पर रह रहे थे।
देवघर पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, संदिग्धो की पहचान बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले परमजीत सिंह उर्फ बिट्टू, चिंटू उर्फ बलदेव कुमार, काजू उर्फ प्रशांत कुमार, अजीत कुमार, राजीव कुमार उर्फ कारू और पंकू कुमार के रूप में की गई है।
बता दें कि एनटीए द्वारा नीट-यूजी का आयोजन 5 मई को किया गया था, जिसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था। जबकि परिणाम 4 जून को घोषित किए गए थे, लेकिन इसके बाद अन्य अनियमितताओं के अलावा बिहार जैसे राज्यों में प्रश्न पत्र लीक के आरोप लगे।
नीट पेपर लीक मामले के आरोपी अनुराग यादव ने कबूल किया है कि उसने कैसे और किसकी मदद से पेपर लीक किया है। आरोपी अनुराग यादव के मुताबिक वह कोटा में रहकर नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसके फूफा बिहार के दानापुर नगर परिषद (दानापुर टाउन काउंसिल) में इंजीनियर के पद पर तैनात हैं, उन्होंने उसे फोन कर पटना बुलाया। अनुराग के मुताबिक उसके फूफा ने पूरी सेटिंग पहले से ही कर रखी थी। उसे परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर दे दिया गया था और सभी सवालों के जवाब रटवाए गए थे।
अगले दिन पेपर में 100 फीसदी वही सवाल पूछे गए जो उसे पहले ही गेस्ट हाउस में दिए गए थे, जिन प्रश्नों के जवाब उससे रटवाए गए थे। अनुराग ने बताया कि मेरा सेंटर डी.वाई. पाटिल स्कूल में था। परीक्षा के बाद अचानक पुलिस आई गई और आकर मुझे पकड़ लिया, जिसके बाद मैंने अपना अपराध स्वीकार किया।