NEET 2024: एमबीबीएस के लिए नीट में कितने प्रतिशत अंक जरूरी, जानें कैसे मिलेगा एडमिशन

नीट में एमबीबीएस के लिए कटऑफ हर साल अलग-अलग होती है और परीक्षा के कठिनाई स्तर, परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों की संख्या और उपलब्ध सीटों की संख्या द्वारा निर्धारित की जाती है।

एमबीबीएस के लिए नीट में अच्छा स्कोर करना होगा। (प्रतीकात्मक-शटरस्टॉक)

Saurabh Pandey | May 28, 2024 | 03:01 PM IST

नई दिल्ली : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) जल्द ही नीट यूजी आंसर की जारी करने वाली है। नीट यूजी परीक्षा में शामिल उम्मीदवार अपनी आधिकारिक वेबसाइट, Exams.nta.ac.in/NEET पर जाकर आंसर की चेक कर डाउनलोड कर सकेंगे। एनटीए की तरफ से नीट यूजी की प्रोविजनल आंसर की उम्मीदवारों के रिस्पॉन्स और प्रश्न पत्रों के साथ जारी की जाएगी।

नीट यूजी परीक्षा में शामिल उम्मीदवार आवेदन संख्या और जन्म तिथि का उपयोग करके नीट यूजी उत्तर कुंजी डाउनलोड कर सकते हैं। नीट परीक्षा 5 मई को एक ही पाली में आयोजित की गई थी। इस साल करीब 24 लाख अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल हुए थे।

नीट परीक्षा में प्राप्त अंको के माध्यम से ही एक उम्मीदवार को किसी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिया जाता है। यह अंक अलग-अलग श्रेणियों के लिए अलग होते हैं। अगर आप एमबीबीएस में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको नीट कट ऑफ कितन प्रतिशत मार्क्स चाहिए होंगे, इन सब बातों को जानना होगा...

नीट में एमबीबीएस के लिए कटऑफ हर साल अलग-अलग होती है और परीक्षा के कठिनाई स्तर, परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों की संख्या और उपलब्ध सीटों की संख्या द्वारा निर्धारित की जाती है। सामान्य, ओबीसी, एससी, एसटी और पीडब्ल्यूडी (विकलांग व्यक्ति) उम्मीदवारों सहित विभिन्न श्रेणियों के छात्रों के लिए कटऑफ अलग-अलग है।

एमबीबीएस में एडमिशन लेने के सामान्य वर्ग के इच्छुक उम्मीदवारों को नीट में 50 प्रतिशत अंक हासिल करना होगा, जबकि एससी, एसटी, ओबीसी छात्रों को कम से कम 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होते हैं।

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भारत में कई सरकारी मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। इनमें एम्स, जिपमर, केजीएमयू, मद्रास मेडिकल कॉलेज, वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज आदि भारत के कुछ शीर्ष सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं। जबकि कई निजी मेडिकल कॉलेज भी एमबीबीएस पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। इनमें क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, और श्री रामचन्द्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च इत्यादि हैं।

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