एमपी बोर्ड ने अभी तक रिजल्ट जारी करने की तारीखों की घोषणा नहीं की है। हालांकि, पिछले वर्ष एमपीबीएसई ने एमपी बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं के परिणाम 24 अप्रैल को घोषित किए थे।
Saurabh Pandey | May 2, 2025 | 12:11 PM IST
नई दिल्ली : मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) जल्द ही एमपी बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं के नतीजे जारी करेगा। बोर्ड परीक्षा में शामिल विद्यार्थी आधिकारिक वेबसाइटों mpresults.nic.in, mpbse.mponline.gov.in और mpbse.nic.in पर जाकर अपना रिजल्ट देख और डाउनलोड कर सकेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और रिजल्ट मई के पहले सप्ताह में जारी करने के निर्देश दिए हैं।
एमपी बोर्ड की तरफ से रिजल्ट जारी होने से एक दिन पहले नोटिफिकेशन जारी कर रिजल्ट की डेट एवं टाइम की घोषणा की जाएगी।
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपीबीएसई) कक्षा 10वीं और 12वीं का परिणाम प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से घोषित करेगा। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुल पास प्रतिशत, लड़कों और लड़कियों का अलग-अलग उत्तीर्ण प्रतिशत, जिलेवार परिणाम, टॉपर्स की सूची और टॉपर्स को दिए जाने वाले पुरस्कारों की जानकारी साझा की जाएगी।
उम्मीद है कि बोर्ड 2 से 5 मई के बीच कभी भी एमपीबीएसई 10वीं, 12वीं का रिजल्ट जारी कर सकता है। हालांकि इसको लेकर कोई ऑफिशियल अपडेट नहीं है। छात्र आधिकारिक वेबसाइट mpresults.nic.in पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
एमपी बोर्ड रिजल्ट एमपीबीएसई के मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया जायेगा। इसके बाद नतीजों का डायरेक्ट लिंक mpresults.nic.in, mpbse.mponline.gov.in और mpbse.nic.in पर एक्टिव हो जाएगा। इसके बाद विद्यार्थी इन वेबसाइटों का उपयोग करके अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
वर्ष | कक्षा 10 का उत्तीर्ण प्रतिशत | कक्षा 12 का उत्तीर्ण प्रतिशत |
---|---|---|
2024 | 58.10 प्रतिशत | 64.48 प्रतिशत |
2023 | 55.10 प्रतिशत | 55.28 प्रतिशत |
2022 | 59.54 प्रतिशत | 72.72 प्रतिशत |
2021 | 100 प्रतिशत | 100 प्रतिशत |
2020 | 68.81 प्रतिशत | 68.81 प्रतिशत |
एमपी बोर्ड 10वीं, 12वीं की परीक्षा में पास होने के लिए विद्यार्थियों को हर विषय में और कुल मिलाकर 33 प्रतिशत अंक चाहिए। यदि आपके किसी एक या दो विषय में न्यूनतम मार्क्स से कम अंक आते हैं, तो कंपार्टमेंट परीक्षा देना होगी।
यदि दो से अधिक विषयों में न्यूनतम मार्क्स से कम अंक आते हैं तो छात्र फेल माने जाएंगे। फेल स्टूडेंट्स को "रूक जाना नहीं" योजना के तहत पास होने का एक मौका मिलेगा।