Press Trust of India | July 27, 2024 | 10:28 PM IST | 1 min read
डीयू की कार्यकारी परिषद की बैठक के दौरान छात्र संघ के सदस्य कुलपति योगेश सिंह के कार्यालय के बाहर एकत्र हुए और मांग की कि फीस वृद्धि तुरंत वापस ली जाए।
नई दिल्ली: क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) ने शनिवार (27 जुलाई) को दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के विभिन्न पाठ्यक्रमों में फीस वृद्धि के खिलाफ कुलपति कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। श्रमिक वर्ग और हाशिए पर पड़े वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले छात्र संगठन केवाईएस ने विश्वविद्यालय पर ‘स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग’ (एसओएल) के छात्रों को ‘‘घटिया स्तर’’ की अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने का भी आरोप लगाया।
डीयू की कार्यकारी परिषद की बैठक के दौरान छात्र संघ के सदस्य कुलपति योगेश सिंह के कार्यालय के बाहर एकत्र हुए और मांग की कि फीस वृद्धि को तत्काल वापस लिया जाए और प्रस्तावित अध्ययन सामग्री को पुनर्मूल्यांकन के लिए भेजा जाए।
विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों और अधिकारियों की कार्यकारी परिषद (ईसी) ने छात्रों से संबंधित नीतिगत प्रस्तावों पर चर्चा करने और उन्हें पारित करने के लिए बैठक की। कार्यकारी समिति के सदस्यों के समक्ष कई स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी पाठ्यक्रमों में फीस वृद्धि पर एक रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई।
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कुलपति ने अपनी आपातकालीन शक्तियों का प्रयोग करते हुए इस रिपोर्ट को मंजूरी दी है। बैठक में स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) के छात्रों के लिए अध्ययन सामग्री को मंजूरी देने का प्रस्ताव भी रखा गया। शिक्षा के निजीकरण के खिलाफ नारे लगाते हुए छात्रों ने कहा कि हाशिए पर पड़े छात्रों के लिए उच्च शिक्षा हासिल करना लगातार मुश्किल होता जा रहा है।
केवाईएस ने एक बयान में कहा, ''राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बाद से सार्वजनिक वित्तपोषित उच्च शिक्षा संस्थानों में फीस में भारी वृद्धि हुई है।'' इसने एसओएल का अकादमिक ऑडिट और छात्रों के लिए सीटों की संख्या बढ़ाने की भी मांग की। बता दें कि डीयू ने 2024-25 शैक्षणिक सत्र से प्रवेश लेने वाले विदेशी छात्रों के साथ-साथ स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी कार्यक्रमों के प्रथम वर्ष में नामांकित छात्रों के लिए फीस में बढ़ोतरी की है।
यह कार्यक्रम राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा के तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान 41 स्कूलों के 181 विद्यार्थियों ने विधायक बनकर सदन की कार्यवाही में भाग लिया।
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