Press Trust of India | June 11, 2024 | 02:36 PM IST | 2 mins read
शिक्षिका संजीदा कादर ने 5 जून को कॉलेज प्रशासन पर हिजाब पहनने से मना करने का आरोप लगाकर इस्तीफा दे दिया था। विवाद तब शुरू हुआ जब कॉलेज ने उन्हें 31 मई के बाद कार्यस्थल पर हिजाब न पहनने का निर्देश दिया।
नई दिल्ली: कोलकाता विश्वविद्यालय के एक निजी कॉलेज में पढ़ाने वाली शिक्षिका ने हिजाब पहनने को लेकर उठे विवाद के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक संस्थान ने कथित तौर पर शिक्षिका को कॉलेज में हिजाब पहनने से मना किया था, जिसके बाद टीचर ने यह कदम उठाया। शिक्षिका संजीदा कादर का कहना है कि कॉलेज के नोटिस के कारण उनके मूल्यों और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है।
शिक्षिका संजीदा कादर ने 5 जून को कॉलेज प्रशासन पर हिजाब पहनने से मना करने का आरोप लगाकर इस्तीफा दिया। विवाद तब शुरू हुआ जब कॉलेज ने उन्हें 31 मई के बाद कार्यस्थल पर हिजाब न पहनने का निर्देश दिया। जब यह मामला लोगों के बीच पहुंचा और इस पर हंगामा हुआ तो कॉलेज प्रशासन ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए दावा किया कि यह एक 'गलतफहमी' थी।
कॉलेज के अनुसार, उन्होंने कभी भी उन्हें सिर ढकने से नहीं रोका। कॉलेज प्रशासन ने दावा किया कि संजीदा कादर अपना इस्तीफा वापस ले लेंगी और मंगलवार को काम पर लौट आएंगी। बता दें कि संजीदा पिछले 3 साल से इस कॉलेज में शिक्षिका के तौर पर कार्यरत हैं।
शिक्षिका संजीदा कादर ने कहा, "मुझे सोमवार को कार्यालय से एक ईमेल मिला। मैं अपने अगले कदमों का विश्लेषण करूंगी और फिर फैसला करूंगी। लेकिन मैं मंगलवार को कॉलेज नहीं जा रही हूं।" ईमेल में कहा गया है कि सभी संकाय सदस्यों के लिए ड्रेस कोड के अनुसार, जिसकी समय-समय पर समीक्षा और मूल्यांकन किया जाता है, वह कक्षाएं लेते समय अपने सिर को ढकने के लिए दुपट्टा या दुपट्टा का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं।
कॉलेज गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष गोपाल दास ने पीटीआई से कहा, "कोई निर्देश या निषेध नहीं था, और कॉलेज के अधिकारी हर हितधारक की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हैं। वह मंगलवार से कक्षाएं फिर से शुरू करेंगी। कोई गलतफहमी नहीं है। हमने उनके साथ लंबी चर्चा की। शुरुआती घटनाक्रम कुछ गलतफहमी का नतीजा था।"