JNUSU Election 2025: जेएनयू छात्र संघ चुनाव में वामपंथियों का दबदबा बरकरार, एबीवीपी ने संयुक्त सचिव पद जीता

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन’ (आइसा) के नीतीश कुमार ने 1,702 वोट हासिल कर जेएनयूएसयू चुनाव में अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की।

एबीवीपी ने नौ साल बाद जेएनयूएसयू चुनाव में किसी पद पर जीत हासिल की है। (स्त्रोत-आधिकारिक एक्स/जेएनयू)

Press Trust of India | April 28, 2025 | 09:09 AM IST

नई दिल्ली: जवाहर लाल नेहरू छात्र संघ चुनाव (JNUSU Election) में वामपंथी उम्मीदवारों ने केंद्रीय पैनल के चार पद में से तीन पर जीत हासिल कर अपना दबदबा बरकरार रखा। वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने जेएनयू चुनाव में संयुक्त सचिव पद पर जीत हासिल की है।

एबीवीपी ने नौ साल के अंतराल के बाद जेएनयूएसयू चुनाव में किसी पद को जीता है। जेएनयूएसयू निर्वाचन आयोग द्वारा रविवार (27 अप्रैल, 2025) की आधी रात के बाद घोषित किए गए परिणाम के अनुसार ‘ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन’ (आइसा) के नीतीश कुमार ने 1,702 वोट हासिल कर अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की।

इसके अलावा, ‘डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन’ (डीएसएफ) की मनीषा ने 1,150 वोट हासिल कर उपाध्यक्ष पद जीता, जबकि मुन्तेहा फातिमा ने 1,520 वोट हासिल कर महासचिव पद पर जीत हासिल की। संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के वैभव मीणा ने 1,518 वोट हासिल कर जीत प्राप्त की है।

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इस बार जवाहर लाल नेहरू स्टूडेंट यूनियन चुनाव में आइसा ने डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (डीएसएफ) के साथ गठबंधन किया था जबकि ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) और ‘ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन’ (एआईएसएफ) ने ‘बिरसा आंबेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन’(बीएपीएसए) और ‘प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स एसोसिएशन’ (पीएसए) के साथ गठबंधन किया।

वहीं, जेएनयूएसयू इलेक्शन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने अकेले चुनाव लड़ा। जवाहर लाल नेहरू स्टूडेंट यूनियन चुनाव 2025 के लिए 25 अप्रैल को 7,906 पात्र विद्यार्थियों में से 5,500 ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। चार-कोणीय चुनावी मुकाबले में आइसा-डीएसएफ, एबीवीपी और एनएसयूआई-फ्रेटरनिटी गठबंधन के बीच नियंत्रण के लिए मुकाबला हुआ।

नवनिर्वाचित अध्यक्ष नीतीश कुमार (आइसा) ने कहा, “हम छात्रों और उनके कल्याण के लिए काम करेंगे। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक छात्र की आवाज सुनी जाए और उसका सम्मान किया जाए।” वहीं, संयुक्त सचिव चुने गए वैभव मीना (एबीवीपी) ने कहा, “यह जीत आगे की सफलताओं के लिए एक कदम है।”

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