CHAI केंद्र उद्योग 5.0 के सिद्धांतों के अनुरूप काम करेगा, जिसमें प्रौद्योगिकी विकास, उद्यमिता विकास, मानव संसाधन विकास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर जोर दिया जाएगा।
Abhay Pratap Singh | November 25, 2024 | 01:00 PM IST
नई दिल्ली: आईआईटी मद्रास प्रवर्तक टेक्नोलॉजीज फाउंडेशन ने मानव क्षमता को बढ़ाने के लिए एआई का उपयोग करने हेतु ‘मानव-केंद्रित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस केंद्र’ (CHAI) की शुरुआत की है। सीएचएआई भविष्य के नियमों को सूचित करने के लिए रिस्क की पहचान करने में मदद करेगा। साथ ही, यह सुनिश्चित करेगा कि भारत का एआई डेवलपमेंट सुरक्षित और जिम्मेदार है।
आईआईटी-एम प्रवर्तक पहले से ही भारत के सर्वोच्च न्यायालय, भारतीय संसद (संसद टीवी के माध्यम से) और भारतीय सेना के साथ राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं पर काम कर रहा है। केंद्र की शुरुआत 14 नवंबर, 2024 को लेफ्टिनेंट जनरल की उपस्थिति में आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क में की गई थी।
CHAI का दायरा तीन आयामों मानव क्षमता को बढ़ाना, नागरिकों की सुरक्षा करना तथा संस्कृति एवं विरासत के माध्यम से सामाजिक मूल्यों को बढ़ावा देने पर आधारित होगा।
यह नया सेंटर केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों, उद्योग, स्टार्ट-अप और अकादमिक शोधकर्ताओं के साथ मिलकर भारत में मानवीय क्षमता को बढ़ाने और बढ़ाने वाले समाधान प्रदान करने के लिए सहयोग करेगा। विकसित किए गए समाधान तथा सीखे गए लेसन अन्य देशों में भी लागू किए जा सकते हैं।
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केंद्र देश भर के छात्रों को अत्याधुनिक एआई परियोजनाओं और समाधानों पर अपने कौशल विकसित करने के लिए इंटर्नशिप का अवसर देगा। आईआईटी मद्रास के छात्र केंद्र के सह-मार्गदर्शन के साथ अपने स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी अनुसंधान परियोजनाओं और थीसिस को आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, मुख्य रूप से स्नातक में 1,96,567, (19 प्रतिशत अधिक) और वैकल्पिक व्यावहारिक प्रशिक्षण (ओपीटी) में 97,556 (41 प्रतिशत अधिक) भारतीय छात्रों की संख्या बढ़ी है।
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