IIT Madras: आईआईटी मद्रास में क्वांटिटेटिव रिसर्च लैब होगी शुरू, 5.65 करोड़ रुपये होंगे खर्च

अल्फाग्रेप सिक्योरिटीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मोहित मुतरेजा ने कहा कि अल्फाग्रेप को आईआईटी मद्रास में डेटा साइंस और एआई विभाग के हिस्से के रूप में अल्फाग्रेप क्वांटिटेटिव रिसर्च लैब के उद्घाटन के साथ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास के साथ अपने सहयोग की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है।

लैब का उद्देश्य आईआईटी मद्रास के संकाय सदस्यों और अल्फाग्रेप के कर्मचारियों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है।
लैब का उद्देश्य आईआईटी मद्रास के संकाय सदस्यों और अल्फाग्रेप के कर्मचारियों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है।

Saurabh Pandey | October 10, 2024 | 03:27 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (आईआईटी मद्रास) ने क्वांटेटिव फाइनेंस पर केंद्रित एक नई रिसर्च लैब शुरू की है। अल्फाग्रेप सिक्योरिटीज एक क्वांटेटिव ट्रेटिंग और निवेश फर्म है। जो इस लैब की स्थापना पर 5.65 करोड़ रुपये की सीएसआर फंडिंग प्रदान कर रही है।

अल्फाग्रेप क्वांटिटेटिव रिसर्च लैब' क्वांटेटिव फाइनेंस के लिए एआई के क्षेत्रों में खोजपूर्ण रिसर्च परियोजनाओं का संचालन करेगी, जिसमें वित्तीय बाजारों और इसके माइक्रोस्ट्रक्चर, क्वांटेटिव इंवेस्टमेंट मैनेजमेंट और क्वांटेटिव रिस्क मैनेजमेंट सहित अन्य क्षेत्रों में रिसर्च शामिल है।

IIT Madras Quantitative Research Lab: एमओयू साइन

प्रोफेसर अश्विन महालिंगम, डीन (पूर्व छात्र और कॉर्पोरेट संबंध), आईआईटी मद्रास, और मोहित मुतरेजा, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, अल्फाग्रेप सिक्योरिटीज ने प्रोफेसर बी रवींद्रन, प्रमुख, वाधवानी स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईआईटी मद्रास, और अन्य स्टेकहोल्डर्स की उपस्थिति में इस सहयोग के लिए आज यानी 10 अक्टूबर 2024 को एक एमओयू पर साइन किए हैं।

इस रिसर्च सेंटर से आने वाले प्रमुख परिणामों में निम्नलिखित चीजें शामिल हैं-

  • क्वांटिटेटिव फाइनेंस में फ्रंटियर एआई तकनीकों को लागू करने पर खोजपूर्ण परियोजनाएं।
  • इस क्षेत्र में विभिन्न हितधारकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा।
  • क्वांटिटेटिव फाइनेंस के लिए एआई पर छात्रों के लिए केंद्रित पाठ्यक्रम होंगे।
  • रिसर्च को सक्षम करने के लिए डेटा सेट और अन्य संसाधनों का विकास किया जाएगा।

आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटि ने कहा कि तीन दशक पहले, वित्तीय संस्थान मुख्य रूप से उनके लीगल ग्रुप द्वारा चलाए जाते थे, अगले दशक में उनके वित्त/लेखापरीक्षा समूह द्वारा और वर्तमान में वित्तीय संस्थानों द्वारा चलाए जाते हैं। अब यह देखने का समय आ गया है कि इन संस्थानों के व्यवसाय के प्रभावी और कुशल संचालन के लिए एआई का उपयोग कैसे किया जा सकता है।

प्रोफेसर अश्विन महालिंगम, डीन (पूर्व छात्र और कॉर्पोरेट संबंध), आईआईटी मद्रास ने कहा कि यह देखते हुए कि एआई को फाइनेंस की दुनिया में लाने के लिए कितना काम किया जाना बाकी है, एक कार्यक्रम जो खोजपूर्ण अनुसंधान पर केंद्रित है, बिल्कुल सही है। हम जो सोचते हैं वही हमें आगे बढ़ाएगा। हम इस संबंध में अल्फाग्रेप सिक्योरिटीज द्वारा समर्थित होने से बहुत खुश हैं और इस साझेदारी को और आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।

अल्फाग्रेप सिक्योरिटीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मोहित मुतरेजा ने कहा कि अल्फाग्रेप को आईआईटी मद्रास में डेटा साइंस और एआई विभाग के हिस्से के रूप में अल्फाग्रेप क्वांटिटेटिव रिसर्च लैब के उद्घाटन के साथ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास के साथ अपने सहयोग की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है।

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यह पहल क्वांटिटेटिव फाइनेंस के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। लैब का उद्देश्य आईआईटी मद्रास के संकाय सदस्यों और अल्फाग्रेप के कर्मचारियों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना और आईआईटी मद्रास के छात्रों को उन्नत संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान करना है, जिससे इन अत्याधुनिक क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास संभव हो सके।

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