Press Trust of India | March 4, 2025 | 10:36 PM IST | 1 min read
दीक्षांत समारोह के दौरान आईआईएमसी-नई दिल्ली और इसके पांच क्षेत्रीय परिसरों - ढेंकनाल, आइजोल, अमरावती, कोट्टायम और जम्मू के छात्रों को उनके डिप्लोमा प्रदान किए गए।
नई दिल्ली: भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) ने आज यानी 4 मार्च को अपने 56वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, सरकार आईआईएमसी को सर्वोत्तम सुविधाओं और वैश्विक संस्थानों के साथ साझेदारी के साथ विश्व स्तरीय मीडिया विश्वविद्यालय में बदलने की योजना बना रही है।
आईआईएमसी के 56वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मीडिया उद्योग बड़े पैमाने पर बदलाव के दौर से गुजर रहा है और छात्रों को अपनी क्षमता साबित करने के लिए नए अवसर पैदा किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘नए अवसर पैदा हो रहे हैं। पहले काम की संभावनाएं सीमित थीं। आज संभावनाएं असीमित हैं। आप 400 छात्र हैं, आप 400 नए चैनल या 400 नए उद्यम शुरू कर सकते हैं। अवसरों का दायरा इतना बड़ा है।’’
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अश्विनी वैष्णव ने छात्रों से बदलते परिवेश के अनुकूल ढलने और कॉलेज से बाहर निकलते ही बड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया। वैष्णव ने 2023-24 बैच के नौ विभिन्न पाठ्यक्रमों के 400 से अधिक छात्रों को स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रमाण पत्र प्रदान किए।
समारोह के दौरान आईआईएमसी-नई दिल्ली और इसके पांच क्षेत्रीय परिसरों - ढेंकनाल, आइजोल, अमरावती, कोट्टायम और जम्मू के छात्रों को उनके डिप्लोमा प्रदान किए गए।
इसके अतिरिक्त, 36 उत्कृष्ट छात्रों को उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता के सम्मान में पदक और नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पिछले वर्ष केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से ‘मानद् विश्वविद्यालय’ का दर्जा मिलने के बाद यह आईआईएमसी का पहला दीक्षांत समारोह था।