Press Trust of India | September 24, 2024 | 02:04 PM IST | 2 mins read
आईआईएमए ने एक याचिका के जवाब में गुजरात एचसी को सूचित किया था कि वह मानद उपाधि संबंधी कार्यक्रमों में 2025 से रिजर्व कैटेगरी के लिए आरक्षण लागू कर सकता है।
नई दिल्ली: भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद (IIM Ahmedabad) ने घोषणा की है कि वह ‘‘सरकार के दिशा निर्देशों’’ के अनुसार 2025 से पीएचडी प्रवेश में आरक्षण लागू करेगा। हालांकि, देश के प्रमुख बिजनेस स्कूल ने यह नहीं बताया है कि वह आरक्षण व्यवस्था कैसे लागू करेगा।
आईआईएमए ने पिछले साल एक जनहित याचिका के जवाब में गुजरात उच्च न्यायालय को सूचित किया था कि वह मानद उपाधि संबंधी कार्यक्रमों में 2025 से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के साथ ही दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए आरक्षण लागू कर सकता है।
आईआईएम अहमदाबाद की वेबसाइट पर पोस्ट ‘पीएचडी प्रवेश 2025’ के लिए घोषणा में कहा गया है कि ‘‘दाखिलों के दौरान आरक्षण के लिए भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा।’’ आईआईएमए के मीडिया विभाग के एक प्रतिनिधि ने इस संबंध में पुष्टि की। पीएचडी कार्यक्रम के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 20 जनवरी 2025 है और साक्षात्कर मार्च-अप्रैल 2025 में हो सकते हैं।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद ने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा, “हम प्रबंधन में अपने डॉक्टरल कार्यक्रम में प्रवेश के लिए आवेदन आमंत्रित करते हैं। IIMA में पीएचडी स्कॉलर के रूप में आपको बेहतर फैकल्टी के साथ काम करने और विश्व स्तरीय शोध संसाधनों तक पहुंचने का अवसर मिलेगा।”
इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आईआईएमए की ऑफिशियल वेबसाइट iima.ac.in/academics/phd/admission पर जाकर अंतिम तिथि या उससे पहले ऑनलाइन माध्यम में आवेदन फॉर्म भर सकते हैं। आईआईएमए में पीएचडी दाखिले से संबंधित अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवारों को संस्थान की वेबसाइट पर विजिट करने की सलाह दी गई है।
आईआईएमए के डॉक्टरल प्रोग्राम के लिए आवेदन प्रक्रिया 19 सितंबर से शुरू की गई है। आवेदन करने वाले अनारक्षित श्रेणियों के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपये तथा आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 250 रुपये है। बता दें कि, IIMA का डॉक्टरेट पाठ्यक्रम छात्रों को अकादमिक और औद्योगिक अनुसंधान में करियर के लिए तैयार करता है।