IIIT Bangalore: आईआईआईटी बैंगलोर पीएचडी-एमएस रिसर्च प्रोग्राम के लिए प्रवेश पंजीकरण शुरू, पात्रता, स्कॉलरशिप
आईआईआईटी बैंगलोर पीएचडी कार्यक्रम में तीन से पांच साल की पढ़ाई शामिल है। उम्मीदवारों को पूर्णकालिक या अंशकालिक छात्रों के रूप में नामांकन करने की सुविधा होगी।
Saurabh Pandey | May 20, 2024 | 07:58 PM IST
नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, बैंगलोर (आईआईआईटी बैंगलोर) ने डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) और मास्टर ऑफ साइंस (एमएस) रिसर्च कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। इच्छुक उम्मीदवार संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट www.iiitb.ac.in के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। पीएचडी प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के पास तकनीकी ट्रैक रिकॉर्ड के साथ मास्टर डिग्री (या समकक्ष) होनी चाहिए।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के प्रवेश मानदंडों के अनुरूप, उम्मीदवारों को या तो एक राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा या आईआईआईटी-बैंगलोर द्वारा आयोजित एक डोमेन-विशिष्ट प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है, जिसके बाद उम्मीदवारों का इंटरव्यू होता है।
आईआईआईटी बैंगलोर पीएचडी कार्यक्रम में तीन से पांच साल की पढ़ाई शामिल है। उम्मीदवारों को पूर्णकालिक या अंशकालिक छात्रों के रूप में नामांकन करने की सुविधा होगी।
मीनाक्षी डिसूजा, प्रोफेसर एवं एम.एस. पीएच.डी. कार्यक्रम समन्वयक, आईआईआईटी-बैंगलोर ने कहा कि आईआईआईटी-बैंगलोर में रिसर्च स्कॉलर वास्तविक दुनिया की तमाम चुनौतियों से निपटते हैं, महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने वाले अत्याधुनिक अनुसंधान पर संकाय के साथ काम करते हैं। जो अपने संबंधित क्षेत्रों के भविष्य को आकार देने वाले शोधकर्ता हैं, छात्र न केवल सीखते हैं बल्कि अभूतपूर्व खोजों में भी योगदान देते हैं।
प्रोफेसर चन्द्रशेखर रामनाथन, डीन (अकादमिक), आईआईआईटी-बैंगलोर ने कहा कि उद्योग और सरकार के साथ मौजूदा सहयोग, हमारी अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं और उपकरणों द्वारा समर्थित, अनुसंधान स्कॉलर्स को उन परियोजनाओं में शामिल होने में सक्षम बनाता है जो महत्वपूर्ण रिसर्च को जन्म देती हैं।
Also read IIIT-Bangalore PGD-DPDM: आईआईआईटी बैंग्लोर ने शुरू किया एक वर्षीय स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रम
स्कॉलर्स को मिलती है छात्रवृत्ति
आईआईआईटी बैंगलोर फेलोशिप के माध्यम से अपने पूर्णकालिक स्कॉलर्स को मदद करती है। शोध छात्रों द्वारा पूर्णकालिक एमएस को प्रति माह 20,000 रुपये की फेलोशिप मिलती है। पूर्णकालिक पीएच.डी. परीक्षा पूरी होने तक छात्रों को 38,500 रुपये की फेलोशिप मिलती है। इस परीक्षा के पूरा होने के बाद, शेष दो वर्षों के लिए 43,500 रुपये का बढ़ी हुई छात्रवृत्ति दी जाती है।
अगली खबर
]विशेष समाचार
]- NEET UG 2025: उत्तर प्रदेश के टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज कौन से हैं? पात्रता, फीस और रैंक जानें
- NEET UG 2025 Counselling: एम्स दिल्ली के लिए नीट में कितने मार्क्स चाहिए? जानें संभावित कैटेगरी वाइज कटऑफ
- Parakh Rashtriya Sarvekshan: कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा- स्कूली शिक्षा की स्थिति चिंताजनक, मोदी सरकार उदासीन
- Bihar Govt Jobs: 35% आरक्षण अब सिर्फ बिहार की स्थायी निवासी महिलाओं के लिए, बीपीएससी ने जारी की अधिसूचना
- NEET UG 2025: सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की कितनी सीटें? पिछले साल हुई बढ़ोतरी, जानें राज्यवार डिटेल
- Israel-Iran Conflict: सुरक्षा कारणों से तेहरान से भारतीय छात्रों को निकाला गया, विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी
- UP Police Joining Letter: यूपी पुलिस में एक साथ भर्ती हुए सेवानिवृत्त फौजी और उनके बेटे को मिला नियुक्त पत्र
- Teachers Protest: यूपी में 7 साल से नहीं आई कोई शिक्षक भर्ती, बेरोजगारों ने आयोग दफ्तर के बाहर किया प्रदर्शन
- NEET UG 2025: नीट यूजी आंसर की जल्द; सरकारी मेडिकल कॉलेज के लिए कितने मार्क्स चाहिए? जानें एम्स कटऑफ
- JEE Advanced 2025: जेईई एडवांस्ड पास करने के लिए कितने मार्क्स चाहिए? जानें कैटेगरी वाइज कटऑफ अंक