Saurabh Pandey | June 12, 2025 | 02:25 PM IST | 1 min read
एमएसडब्ल्यूओएल कार्यक्रम के स्नातक सरकारी, कॉर्पोरेट और गैर-लाभकारी क्षेत्रों में बाल कल्याण, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य, सामुदायिक विकास, नीति वकालत और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी में प्रभावशाली करियर की आशा कर सकते हैं।
नई दिल्ली : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) के स्कूल ऑफ सोशल वर्क ने जुलाई सत्र 2025 से मास्टर ऑफ सोशल वर्क (ऑनलाइन) [MSWOL] कार्यक्रम शुरू किया है। भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रोफेशनल रूप से प्रशिक्षित सामाजिक कार्यकर्ताओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है।
MSWOL कार्यक्रम शिक्षार्थियों को सामाजिक कार्य की अपनी सैद्धांतिक और व्यावहारिक समझ को गहरा करने और व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों के साथ प्रभावी ढंग से जुड़ने की उनकी क्षमता को बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है। पूरी तरह से डिजिटल मोड में पेश किया गया यह कार्यक्रम प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा को लोकतांत्रिक बनाने की IGNOU की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
मास्टर ऑफ सोशल वर्क प्रोग्राम के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक होना जरूरी है।शिक्षण का माध्यम अंग्रेजी होगा।
इग्नू के मास्टर ऑफ सोशल वर्क (ऑनलाइन) प्रोग्राम की अवधि 2 वर्ष (न्यूनतम) और 4 वर्ष (अधिकतम) होगी, जबकि प्रोग्राम के लिए 72 क्रेडिट दिए जाएंगे। प्रोग्राम की अध्ययन सामग्री डिजिटल होगी और परीक्षा वार्षिक होगी।
भारतीय छात्र - 18,500 रुपये प्रति वर्ष
सार्क छात्र - 29,600 रुपये प्रति वर्ष
गैर-सार्क अंतर्राष्ट्रीय छात्र - $1300 प्रति वर्ष
पहले यह संख्या 179 थी, जिसे उम्मीदवारों की सुविधा के लिए बढ़ा कर अपडेट कर दिया गया है। नीट पीजी 2025 परीक्षा एक ही शिफ्ट में आयोजित की जा रही है - यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद लिया गया है।
Santosh Kumar