Press Trust of India | July 28, 2025 | 10:31 PM IST | 2 mins read
शिक्षा मंत्रालय मंगलवार को एनईपी की 5वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीएसएस) का आयोजन कर रहा है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पिछले 5 वर्षों के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में कई सकारात्मक बदलाव हुए हैं और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करके छात्रों के समग्र और बहुआयामी विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
मोदी ने एनईपी के 5 साल पूरे होने पर एक संदेश में कहा कि शिक्षा मंत्रालय मंगलवार को अखिल भारतीय शिक्षा समागम (एबीएसएस) का आयोजन कर रहा है और कार्यक्रम के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में नयी पहल शुरू की जाएंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य ऐसी शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करना है, जिसमें विद्यार्थी अपनी रुचि, क्षमता और सपनों के अनुरूप आगे बढ़ सकें। आज देश भारतीय संस्कृति से जुड़ी शिक्षा को तकनीक और वैश्विक मानकों से सुसज्जित कर प्रगति के पथ पर अग्रसर है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘पिछले 5 वर्षों के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में कई बदलाव हुए हैं। चाहे वह मातृभाषा में शिक्षा हो, स्कूली शिक्षा को मजबूत करना हो या कौशल आधारित शिक्षा पर विशेष जोर देना हो, एनईपी अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करके छात्रों के समग्र और बहुआयामी विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस दौरान हमारे युवाओं के आत्मविश्वास, जिज्ञासा और रचनात्मकता को बढ़ावा देने में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। शिक्षा समागम हमारे साझा संकल्प और सहयोग की भावना का प्रतीक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह आयोजन न केवल शैक्षणिक संस्थानों को सर्वोत्तम प्रथाओं, रणनीतियों और उपलब्धियों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि एनईपी के सफल क्रियान्वयन के लिए निरंतर प्रयासों को भी और सशक्त करेगा।’’
शिक्षा मंत्रालय मंगलवार को एनईपी की 5वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीएसएस) का आयोजन कर रहा है। भारत मंडपम में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान करेंगे।
इससे पहले दिन में राहुल गांधी ने केंद्रीय विश्वविद्यालयों में रिक्त आरक्षित पदों को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला और इसे न केवल लापरवाही बल्कि ‘बहुजनों’ को शिक्षा, शोध और नीतियों से दूर रखने की एक ‘‘सुनियोजित साजिश’’ बताया।
Santosh Kumar